मोबाइल सिम खरीदने से पहले हो जाएं सावधान, दिल्ली पुलिस का बड़ा खुलासा

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 


 


 


नार्थ वेस्ट जिला पुलिस ने ऐसे अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश कर 7 लोगों को गिरफ्तार किया  है जो फ़र्ज़ी तरीके से लोगों के नाम से सिम जारी कर बेचते थे। पुलिस ने इनके कब्जे से 200 से ज्यादा सिम और 11 मोबाइल फ़ोन भी  बरामद किया  है। इन सिम का प्रयोग फ़र्ज़ी कॉल में किया जाता था।

अगर आप भी किसी दूकान से मोबाइल सिम खरीद रहे है तो सावधान हो जाएं। कहीं ऐसे न हो आपकी आईडी पर आपकी जानकारी के बैगर कई-कई सिम जारी हो जाएं। नार्थ वेस्ट जिला पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने 7 लोगों को इसी आरोप में गिरफ्तार कर अंतर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। क्राइम के एक मामले में पुलिस सिम कार्ड के आधार पर एक शख्स के पास कन्नौज पहुंची तो पता लगा उसने कभी सिम ली ही नहीं थी। इस जानकारी की जांच के बाद पुलिस ने इन लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग ओरिजनल आईडी पर अलग अलग कंपनियों की कई कई मोबाइल सिम जारी कर उन्हें आगे बेच देते थे। पुलिस ने इनके कब्जे से 200 से ज्यादा मोबाइल सिम और 11 मोबाइल फ़ोन जब्ज किये है।

दिल्ली पुलिस की उत्तर पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त विजयंता आर्या ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ़्तार लोगों में 21 वर्षीय शकील,  रामजी पटेल 23 साल का रचित उर्फ़ मिंटू कन्नौज का रहने वाला है जबकि 4 लोग विशाल, पंकज, मनीष और प्रिंस हिंदुजा दिल्ली के रहने वाले है। ये सभी लोग सिम को ज्यादा पैसे में आगे बेच देते थे। खरीदी गयी सिम का प्रयोग फ़र्ज़ी कॉल सेंटर और ठगी का कारोबार में ज्यादा प्रयोग होता था।

इनकी गिरफ्तारी हैरान करने वाली है। दिल्ली पुलिस ने मोबाइल सिम प्रोवाइडर कंपनियों को भी सलाह दी है कि वे कुछ ऐसा मैकेनिज्म तैयार करें जिससे समय समय पर ऐसे लोगों की धर पकड़ की जा सके। असली आईडी पर जारी सिम यदि अपराध में शामिल होती है तो परेशानी उन लोगों की भी होती है जिनको इस बात की जानकारी ही नहीं होती की उनके पेपर का कोइ गलत इस्तेमाल भी हो रहा है।