भारत विकास परिषद के 56 वे स्थापना दिवस का आयोजन

रिपोर्ट: अजीत कुमार


 



 


भारत विकास परिषद का 56 वां स्थापना दिवस और ऑनलाइन भारत को जानो का लोकार्पण संपन्न करने के दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में परिषद के द्वारा विशेष कार्यक्रम संपन्न हुआ। स्थापना दिवस के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अर्जुनराम मेघवाल जी ने भारत को जानने और पहचानने तथा भारत को विश्व शक्ति बनाने के अनेक उदाहरण प्रस्तुत किये। इस अवसर पर उन्होंने भारत विकास परिषद को बधाई देते हुए कहा कि भारत को पहचानने का काम भारत को जानने का काम युवा वर्ग में ऑनलाइन के माध्यम से होगा। उन्होंने इस कार्य के लिए भारत विकास परिषद को अपना शुभकामना संदेश दिया।
परिषद के विशिष्ट अतिथि के रूप में कृष्णपाल गुर्जर इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे और उन्होंने भारत विकास परिषद को ऑनलाइन प्रतियोगिता शुरू करने के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया और सामाजिक अधिकारिता और सामाजिक न्याय के मंत्रालय ने परिषद के सेवा कार्यो के प्रति अपने सभी प्रकार के सहयोग देने की अपेक्षा की। आने वाले समय में यह ऑनलाइन भारत को जानो प्रतियोगिता अपने परिषद के प्रभावी प्रकल्पों के रूप में ही नहीं देश के नौजवान छात्र-छात्राओं के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण और अभिनव प्रयास सिद्ध होगा।
परिषद के 56 वर्ष के कार्यकाल में भारत विकास परिषद ने लगभग 25 लाख विद्यार्थियों तक गुरुवंदन छात्र अभिनंदन, राष्ट्रीय समूहगान और भारत को जानो प्रतियोगिता के माध्यम से अपनी पहुंच बनाई है। परिषद की 1500 शाखाओ के 70000 परिवार सदस्य सेवा के विभिन्न कामों में अपना योगदान प्रदान करते हैं। दिल्ली का विकलांग केंद्र, चंडीगढ़ का डायग्नोस्टिक सेंटर, कोटा का विशाल चिकित्सालय और गुड़गांव का विवेकानंद आरोग्य केंद्र भारत विकास परिषद की सेवा के प्रमुख आयाम है। देश भर में अनेकों अनेक एम्बुलेंस, मोक्ष धाम का सौन्दरीयकरण, मोक्षधाम का संचालन, चिकित्सिक परीक्षण, गरीब बच्चों को स्कॉलरशिप उनके लिए यूनिफॉर्म, फीस तथा सभी प्रकार की सेवा के कार्य सेवा के कार्य परिषद द्वारा संपन्न किए जाते हैं। भारत विकास परिषद ने क्लास 6 से 12 तक के विद्यार्थियों में भारत को जानो का कार्य पिछले 18 वर्षों से संपन्न किया है।
ऑनलाइन भारत को जानो के माध्यम से 18 से 40 साल तक के छात्र-छात्राएं और फैकल्टीज इस संबंध में अपना पंजीकरण करा कर भारत के बारे में संक्षिप्त जानकारी करके अधिक से अधिक भारत के पहचान और भारत की अस्मिता को बनाने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह माननीय भैयाजी जोशी ने अपना शुभकामना संदेश देकर हमें आगे बढ़ने का मार्ग दिखाया है।