रिपोर्ट : अजीत कुमार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कार जैकिंग गिरोह के एक इनामी बदमाश को गिरफ्तार कर एक बडी सफलता हासिल की है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक महीने पहले ही इस गिरोह के एक शार्प शूटर को भी गिरफ्तार किया था। ये उसी गिरोह का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। इस मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी के बाद क्राइम ब्रांच की टीम कई वारदातों को सुलझाने का दावा कर रही है।
राजधानी दिल्ली में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को एक बडी सफलता हाथ लगी है। इस सफलता में क्राइम ब्रांच की टीम ने कार जैकिंग गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। इस मास्टरमाइंड का नाम शरद पांडे बताया जा रहा है। अभियुक्त शरद पांडे पर दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस की ओर से एक-एक लाख रूपए का ईनाम भी घोषित था।
दरअसल दिल्ली एनसीआर में पिछले कुछ समय से कार जैकिंग गिरोह सक्रिय था, जो बडे बडे माॅल और शॅपिंग काॅम्पलेक्स में पिस्तौल के बल पर गाडियों की चोरियां किया करता था, और नाॅर्थ ईस्ट में जाकर उसे बेच दिया करता था। इस मास्टरमाइंड का नाम शरद पांडे है, जिस पर गाडियों की चोरी के अलावा अपहरण और हत्या जैसे मामले भी दर्ज है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने एक गुप्त सूचना पर इस मास्टरमाइंड को उत्तर प्रदेश के लखनऊ से गिरफ्तार किया है।
दिल्ली पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार यह मास्टरमाइंड पिछले 11 साल से सक्रिय था। इसके पास से चोरी की गई 17 गाडियां भी ट्रेस कर ली गई है, और जल्द ही बरामद करने की भी कोशिश की जा रही है। डीसीपी रामगोपाल नाईक ने बताया कि यह मास्टरमाइंड 100 से भी ज्यादा कार जैकिंग की वारदात को अंजाम दे चुका है। जिसमें से करीब 21 मामलों को सुलझा लिया है, जिसमें अपहरण और हत्या जैसे मामले शामिल हैं। यह दिल्ली, यूपी और हरियाणा में कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। और 15 मई को इस गिरोह के शार्प शूटर विजय फरमाना को भी क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
बहरहाल कार जैकिंग गिरोह का यह मास्टरमाइंड अब दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में है। और क्राइम ब्रांच की टीम को अभी और भी कई मामलों में शामिल होने की आशंका है, जिसके लिए लगातार पूछताछ की जा रही है।