रोहिणी जिला के कंझावला थाना पुलिस ने कुख्यात नीरज बवानिया गैंग के 9 बदमाशो को धर दबोचा

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 



 


दिल्ली पुलिस ने राजधानी दिल्ली और आसपास के राज्यो के लिए अपराध की दुनिया में एक बड़ा नाम बन चुके नीरज बवानिया गैंग के 9 कुख्यात बदमाशो को गिरफ्तार कर एक बडी सफलता हासिल की है। दिल्ली पुलिस ने इन बदमाशों के पास से 2 पिस्टल समेत करीब आधा दर्जन हथियार और तीन लक्जरी गाडियां भी बरामद की है। इन बदमाशों के उपर कई थानों में विभिन्न मामले दर्ज थे, जिसमें से एक बदमाश अभी अंतरिम जमानत पर बाहर था। यह सफलता दिल्ली की रोहिणी जिला के कंझावला थाना पुलिस को मिली है।
दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में खडे यह बदमाश नीरज बवानिया गिरोह के सदस्य है। यह बदमाश जिन पर दिल्ली के अलग अलग थानों में कई मामले दर्ज है। दिल्ली पुलिस को यह सफलता राहिणी जिला के कंझावला थाना पुलिस को मिली है। इस सफलता में दिल्ली पुलिस नीरज बवानिया गिरोह के 9 सदस्य को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान नवीन उर्फ विक्की, नीरज, अरविंद, दरेश उर्फ कृष्ण, करण, सुबेग सिंह, दिनेश, महेश और अमित के रूप में हुई है। इन सभी बदमाशों पर अलग अलग थाने में अलग अलग मामले दर्ज बताए जा रहे हैं। 
दरअसल कंझावला थाने में तैनात कांस्टेबल हवा सिंह इलाके के जॉन्टी गांव में गस्त कर रहा था। तभी उसकी नजर इलाके में मौजूद 2 लक्सरी गाड़ियों पर पड़ी जो एक ऐसे घर के पास खड़ी थी जो काफी समय से खाली है। और एक डिस्प्यूट् प्रॉपर्टी है, इसी वजह से वहां कोई आता जाता नहीं। फिर हवा सिंह ने कुछ लोगों को मकान के अंदर खड़े हुए देखा। बस फिर क्या था कांस्टेबल हवा सिंह ने तुरंत अपने सीनियर को इसके बारे में जानकारी दी, और एसीपी रमेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित कर इन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया। दिल्ली पुलिस ने इनके पास से 5 पिस्तौल, 20 जिंदा कारतूस और तीन लक्जरी गाडियां बरामद किया है।
दिल्ली पुलिस की गिरफ्त इन बदमाशों में से करण और अमित को छोडकर सभी के खिलाफ खिलाफ लूटपाट और हत्या और रंगदारी जैसी संगीन धाराओं में मामले दर्ज हैं। क्योंकि करण अमित अभी हाल ही में गैंग में शामिल हुए थे। बदमाशों में नवीन उर्फ विक्की ता अभी भी अंतरिम जमानत पर बाहर चल रहा था। जबकि इन बदमाशों में शामिल विक्की जिसको नीरज बवानिया जो इस समय जेल में बंद है वो इसे जेल से ही निर्देश देता था। दिल्ली पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार ये बदमाश बड़े पैमाने पर पेट्रोल पंप और आसपास के कारोबारियों को लूटने की प्लानिंग कर रहे थे।
डीसीपी एसडी मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह बदमाश रंगदारी के लिए व्यापारियों को एक खास मोबाइल ऐप के जरिए कॉल करते हैं ताकि इनकी लोकेशन ट्रेस ना हो सके। हैरानी की बात ये है कि इनसे कुछ मोबाइल बरामद भी हुए हैं उनमें कोई सिमकार्ड भी नही मिला। ये आपस मे भी इसी एप के जरिये बात करते थे। यह कितने खतरनाक बदमाश है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इनमें से एक बदमाश ने एक दूसरे गैंग के बदमाश की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। पुलिस को लंबे समय से इस गैंग के लोगों की तलाश थी जो कि अब पुलिस की गिरफ्त में है।
बहरहाल यह सभी बदमाश अब दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में हैं। इसके साथ ही कयास लगाए जा रहे हैं कि इतनी बड़ी संख्या में नीरज बवानिया गैंग के बदमाशों की गिरफ्तारी से लगातार हो रही अपराधिक घटनाओं पर अब जरूर कमी आएगी। साथ ही साथ गैंगवार की घटनाओं मैं भी पूरी तरीके से लगाम लग पाएगी।