दिल्ली के रोहिणी में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और बदमाशो के बीच मुठभेड़

रिपोर्ट: अजीत कुमार


 


 


 


दिल्ली के रोहिणी इलाके में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम ओर बदमाशो के बीच हुई मुठभेड़। रोहिणी के स्वर्ण जयंती पार्क सेक्टर 10 के पास हुई मुठभेड़ के बाद पुलिस ने पांच आरोपी व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसमें तीन आरोपी अर्पित छिल्लर, सुनील भूरा और सुखविंदर के पैरों में गोली लगी है। आरोपियों के कब्जे से कारतूस के साथ पांच हथियार भी पुलिस ने बरामद किए गए हैं। पकड़े गए आरोपी नीरज बवाना गिरोह के सदस्य बताये जा रहे है। इस घटना में दो पुलिसकर्मी भी गोली लगने से घायल हुए हैं। 

स्पेशल सेल की टीम मिली सूचना के आधार पर बदमाशो का पीछा कर रही थी, कि सुबह रोहिणी स्थित जापानी पार्क के पास पुलिस और बदमाशो की मुठभेड़ हो गई, जिसमें दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग हुई है। इस मुठभेड़ में 3 बदमाशो को पैर में गोली लगी है जबकि गोली लगने से 2 पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं। सभी घायलों को रोहीनी के ही बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां इनका इलाजे चल रहा है। 

मुठभेड़ के बाद पकड़े गए बदमाश दिल्ली देहात के सबसे बड़े कुख्यात गैंगस्टर नीरज बवानिया गिरोह के सक्रिय सदस्य बताए जा रहे हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से 5 पिस्टल और कई जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं। इनके पकड़े जाने के बाद हाल ही हुई कई हत्या और अन्य आपराधिक वारदातों का खुलासा हुआ है।

आरोपी बदमाश दुष्यंत @ मोनू बाजितपुरिया और सोनू @ चिडी के सहयोगी हैं जो नीरज बवानिया गिरोह के सदस्य हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों दिल्ली देहात और आउटर दिल्ली समेत नार्थ वेस्ट दिल्ली और आउटर नार्थ इलाके में गोली मारने जैसी कई बड़ी आपराधिक वारदातें लगातार हो रही थीं, जिन्हें रोकने के लिए पुलिस लगातार ऐसे सक्रिय बदमाशो और गैंगस्टर्स को दबोचने के लिए लगातार कोशिश कर रही तो और आखिरकार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम को इन बदमाशो के पकड़े जाने के बाद बड़ी कामयाबी मिली है।

बरहाल पकड़े गए बदमाशो से पुलिस पूछताछ कर रही है, और मामले की जांच में जुट गई है, लेकिन ऐसे सक्रिय बदमाशो के पकड़े जाने के बाद इस तरह के अपराधियों पर लगाम लगने की आशंका है। जाहिर है कि इस तरह की कार्यवाही दिल्ली पुलिस के लिए एक बड़ी कामयाबी है और इस साहसिक काम के लिए स्पेशल सेल की इस टीम को पुरस्कृत किया जाना चाहिए ताकि पुलिस कर्मियों को प्रोत्साहन मिले, ताकि वो पूरी निष्ठा से राजधानी में अपराध को कम करने के लिए पूरे जी जान से कोशिश करें।