दिल्ली के संजय गांधी हॉस्पिटल में कर्मचारियों की हड़ताल

रिपोर्ट: अजीत कुमार


 


  


 


दिल्ली के  मंगोलपुरी स्थित संजय गांधी अस्पताल के कर्मचारी हडताल पर बैठे हुए है। इन कर्मचारियों की ये हडताल पिछले 4-5 दिनों से चल रही है। इन कर्मचारियों का कहना है, कि ठेकेदार उन्हें बिना किसी नोटिस के नौकरी से बाहर निकालने का काम कर रहे है। ऐसे में कर्मचारी बेरोजगारी की कगार पर आ रहे है।


दिल्ली के संजय गांधी हॉस्पिटल में पिछले 4-5 दिनों से हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने हड़ताल की हुई है। ये वो कर्मचारी है जो ठेकेदारों के अंडर लगे हुए थे। अब इन कर्मचारियों को किसी ना किसी बहाने से बहार निकलना चल रहा है। कर्मचारियों की माने तो इन को कोई नोटिस नही दिया गया और इन को बाहर निकल दिया गया है। सरकार इस मे कुछ नही करती है क्योंकि सरकार खुद इस ठेकेदार को रखती है और ठेकेदार अपनी मर्जी से कर्मचारियों को रखते है और अपनी मर्जी से निकाल देते है। सरकार से अगर बात करने की कोशिस भी की जाए तो कोई भी सामने नही आता है बस एक ही जवाब मिलता हैं कि हम ने ना तो किसी को रखा और ना ही किसी को निकाला है सरकार की तरफ से ठेका दिया गया था। उस का उस ठेकेदार को पूरी पेमेन्ट कर दी जाती हैं अब ठेकेदार किसी को नही रखता है या किसी को निकाल देता है इस मे हम कुछ नहीं कर सकते है।


हर पार्टी इलेक्सन के समय मे कहती है कि बेरोजगारो को रोजगार दिया जाएगा और ठेकेदारों को हटाया जाएगा। पर हम सब जानते है पार्टी के नेताओ को सिर्फ कुर्सी चाहिए होती है अब झूट कुछ भी बालन पढ़े तो बोलेगे। और बाद में फिर जनता के पास जाना पड़ता है तो कहते है कि हमने कोशिस की दी कि गरीबो को रोजगार मीले पर हमारा बिल पास नही हुआ या  विपक्ष ने हमारा बिल पास  होने नही दिया।


बात वही होती है कि ना गरीबो को रोजगार मिलेगा और मिल गया तो कब हटाएंगे तो वहाँ भी ठेकेदार की ही चलती है। अगर रोटी खानी है  या तो चुप करके रहो या सरकार से लड़ो पर कितने दिन ?