दो दिवसीय ‘एक स्वास्थ्य भारत सम्मेलन’ का डॉ. हर्षवर्धन ने दिल्ली में किया उद्घाटन

रिपोर्ट : डी. के. भरद्वाज


 


 


 


दो दिवसीय ‘एक स्वास्थ्य भारत सम्मेलन’ का दिल्ली में उद्घाटन हुआ। कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग, पशुपालन, डेयरी एवं मछली पालन विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सहयोग से विज्ञान एवं प्राद्योगिकी मंत्रालय के अधीन जैव-प्रौद्योगिकी विभाग इस सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। इस सम्मेलन के तहत भारत की नई ‘एक स्वास्थ्य पहल’ की शुरूआत की जाएगी। इसका उद्देश्य भारत सहित दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया तथा उप-सहारा अफ्रीका के कम और मध्यम आय वर्ग वाले देशों में स्वास्थ्य संबंधी खतरों से निपटने के लिए रणनीति बनाना है।


सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि ‘एक स्वास्थ्य’ का संबंध मानव और पशु, दोनों के स्वास्थ्य से है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के मद्देनजर वैश्विक स्वास्थ्य और आजीविका को सुरक्षा देने की आवश्यकताओं को एकीकृत रूप से पूरा करने के लिए प्रयास किये जाने हैं।


उल्लेखनीय है कि भारत ऐसे भौगोलिक क्षेत्रों में सबसे ऊपर है, जहां पशुजन्य रोग जन स्वास्थ्य के लिए बहुत बड़ा खतरा हैं। माल्टा ज्वर जैसे पशुजन्य रोग हरियाणा से गोवा तक फैले थे। इसके अलावा एन्थ्राक्स जैसे रोगों ने भी मानव स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाया है। इसी तरह जानवरों की टीबी भी प्राय: देखी जाती है, जिसके कारण जानवरों की उत्पादकता पर दुष्प्रभाव पड़ता है और मनुष्यों के स्वास्थ्य के लिए भी खतरा पैदा होता है।


इस सम्मेलन में भारत और दुनिया भर के अनुसंधानकर्ताओं और चिकित्सा विशेषज्ञों को चर्चा करने का अवसर मिलेगा, ताकि मनुष्यों, पशुओं और पर्यावरणजन्य स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने के उपाय तैयार किये जा सकें।


बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, कर्नाटक पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय और अमेरिका की पेनसिल्वेनिया स्टेट यूर्निवसिटी ‘एक स्वास्थ्य पहल’ के साझीदारों के साथ सहयोग कर रहे हैं।