केजरीवाल दिल्लीवासियों के प्रति अपनी जवाबदेही से ना बचें - शीला दीक्षित

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 


 


 


दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष शीला दीक्षित के दिशा निर्देश पर दिल्ली कांग्रेस के प्रवक्ता रमाकांत गोस्वामी, पूर्व मंत्री दिल्ली सरकार एवं जितेन्द्र कुमार कोचर, निगम के पूर्व नेता ने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बेजल से अपील करते हुए कहा कि उन्हें दिल्ली सरकार द्वारा दिल्लीवासियों के टैक्स से प्राप्त खून पसीने की कमाई को विज्ञापनों में खर्च करने पर दिल्ली सरकार पर रोक लगानी चाहिए और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से पब्लिक के पैसे की फिजूल खर्ची पर जवाब तलब करना चाहिए। 


कांग्रेस प्रवक्ताओं ने आज अखबारों में प्रकाशित दिल्ली सरकार द्वारा दिए गए करोड़ों रुपये के 6-6 पेज के विज्ञापनों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि अपनी और अपनी आम आदमी पार्टी के प्रचार हेतू सरकारी खजाने के दुरुपयोग ने दिल्लीवासियों के समक्ष आम आदमी पार्टी की पोल खोल कर रख दी। विभिन्न क्षेत्रों में छोटे-छोटे कार्यक्रमां के उद्घाटन पर दैनिक अखबारों में पूरे-पूरे पेज के विज्ञापन छपवा कर जनता के पैसे पर अपना स्वार्थ साधने की औछी राजनीति को दिल्लीवासी भलिभांति पहचानने लगे है।  हकीकत में यह सब आने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र जनता के पैसे से पार्टी का प्रचार करने का प्रयास मात्र है। दिल्लीवासी अब अरविन्द केजरीवाल की खोखले वायदों और झूठ की राजनीति से तंग आ चुके है, मगर केजरीवाल अपनी बड़ी-बड़ी फोटो लगाकर होर्डिंग और अखबारी विज्ञापनों के जरिए अपने को दिल्ली का एकमात्र ईमानदार राजनीतिज्ञ साबित करने पर लगे है। अब तो जग जाहिर हो गया कि केजरीवाल सरकार झूठे दावों और वादों के विज्ञापनों वाली सरकार है। 


गोस्वामी और कोचर ने कहा कि दिल्ली में 2007 में एक एक्ट द्वारा दिल्ली की सड़कों पर, सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी प्रकार के पोस्टर लगाने पर पांबदी लगा दी गई थी, मगर स्वयं की सरकार होते हुए आम आदमी पार्टी उस एक्ट का उलंघन करते हुए लाखों पोस्टर प्रतिदिन लगाकर दिल्ली की दीवारों को बदसूरत करने पर आमादा है। अरविन्द केजरीवाल द्वारा दिल्ली की जनता को इस बात का जवाब देना चाहिए कि कानून की धज्जियां उड़ाते हुए इस प्रकार के खर्चों के लिए पैसा आखिर कहां से निकाला जा रहा है। 


प्रवक्ताओं ने कहा कि पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित द्वारा भी इस प्रकार की कार्यवाहियों पर पूछे गए सवालों का कोई जवाब अब तक मुख्यमंत्री केजरीवाल या उनकी आप पार्टी की ओर से दिल्ली की जनता को नही दिया गया। यही पैसा अगर दिल्ली के विकास और झुग्गी झौपड़ियों एवं गरीब तबके के उत्थान के लिए प्रयोग में लगाया जाता तो यकीनन दिल्ली के झुग्गी झौपड़ी वासियों को अपने पक्के मकान मिल जाते जैसा कि कांग्रेस के शासन काल में इन्हें पक्के मकान दिए भी गए थे। हकीकत में विज्ञापित क्षेत्रों में अखबारों में विज्ञापनों के अतिरिक्त 6-7 हजार फ्लैक्स होर्डिंग भी सड़कों बसों, यहां तक कि मेट्रो में भी दिखाई देते है जिन पर करोड़ों रुपये बेदर्दी से उड़ाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो केजरीवाल दिल्ली को विश्व का बेहतरीन शहर बनाए जाने का दावा करते है, वहीं दूसरी ओर पोस्टरों, होर्डिंगों और कियोस्क के माध्यम से दिल्ली के खूबसूरत चेहरे पर बदनुमा दाग लगाने के कार्य में जुटे रहते है।  


दोनो प्रवक्ताओं द्वारा जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि कांग्रेस पार्टी केजरीवाल सरकार द्वारा इस प्रकार जनता के पैसों का दुरुपयोग किए जाने की घोर भर्त्सना करती है और मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को आगाह करती है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री उनके खून पसीने की कमाई को इस तरीके से अपने प्रचार प्रसार के लिए उपयोग न करे और जनता के पैसे को दिल्ली के विकास और जनता की भलाई के कार्यों में प्रयोग करें और दिल्लीवासियों के प्रति अपनी जवाबदेही से ना बचें।