लखीमपुर-खीरी के मौलवी गंज में लटकते तार दे रहे है हादसों को दावत

रिपोर्ट: सुनहरा


 


 


 


एक तरफ केंद्र व राज सरकार घर घर बिजली पहंचाने की योजनाओं को अमली जामां पहनानें में लगे है लेकिन इसके पलट मौलवी गंज मजरा ग्राम पंचायत सैधरी का है। जहां बिजली के तार हर वक्त हादसों को दावत दे रहे है दूसरी तरफ काफी सालों पहले लाइट पहुँच जाने के बाद भी खम्भों का कोई अता पता नही। बांस लगाकर तारों को रोकने का प्रयास करना घर के छज्जों में लगे कुण्डों में तार बाधने का प्रयास करना और मकड़ी के जाल की तरह तार फैले हुये है।


बिजली विभाग का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इधर पलट कर नहीं देखता। बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से आये दिन हादसें होते रहते है। कई बार शिकायते भी की जा चुकी है कोई सुद्ध लेने वाला नही। एक एक खम्भें में सैकड़ों तार के कनेक्सन है तार इतने नीचे लटक रहे है राह गीरों को सर झुकाकर निकलना पड़ता है। कुछ अर्सा पहले इन्हीं तारों के कारण ग्राम में रहने वाले मुन्ना खां की लड़की चांदतारा को करंट लग चुका है। बड़ी मुश्किल से उसकी जान बची।


बिजली विभाग किसी बड़े हादसें के फिराक में है। हादसा हो जांच बैठे तब जाकर प्रकरण संज्ञान में लिया जाता है वर्ना जैसा चल रहा है चलने दो यह सोच रखने वाला बिजली विभाग कुम्भ कर्णीय नींद में सो रहा है। अगर हादसा होने से पहलें सचेत हो जाये लेकिन ऐसा करना कोई नही चाहता सब अपनी जेब भरने में लगे है जनता की समस्याओं से किसी को क्या लेना देना।