पीएफटीआई के छात्रों ने लोगों तक संदेश पहुँचाया, ढोंगी बाबाओं के चक्कर में ना पड़ेएक तरफ जहां देश दरअसल मौका था जब 14 फरवरी को

रिपोर्ट : अनुज झा


 



 


21वी सदी का भारत जहां देश जहा दश नई नई टैक्नोलोजी का विस्तार कर रहा है। एक तरफ जहां देश आज चांद पर जाने की बात कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ देश की आबादी कुछ हिस्सा ऐसा भी है, जो अंधविश्वास की ओर बढता जाता है, और समय समय पर इसका उदाहरण भी देखने को मिलता रहा है। कुछ ऐसा ही नजारा देखने को सिंह राजू की अगुवाई में मिला जब पदार्पण फिल्म एंड थिएटर इंस्टीट्यूट के छात्रों ने अपनी एक कला के के माध्यम से यही दर्शाने का प्रयास किया। में ना पड़ेहुए सैनिकों के प्रति दरअसल मौका था जब 14 फरवरी को पदार्पण फिल्म एंड थिएटर इंस्टीट्यूट द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें इंस्टीट्यूट के छात्रों ने अपने अभिनय के माध्यम से यह दर्शाने का प्रयास किया कि अंधविश्वास में ना जाकर अपनी मेहनत और भगवान पर भरोसा करें। पदार्पण फिल्म एंड थिएटर इंस्टीट्यूट के छात्रों द्वारा बर्बाद यज्ञ के नाम से एक नाटक का मंचन किया, जिसमें यह दिखाया गया कि किस तरह से अंधविश्वास के नाम चंद पैसों के लिए कुछ ढोंगी बाबा लोगों को लूटने का काम करते हैंजबकि हमें अपनी मेहनत और भगवान पर भरोसा रखना चाहिए। इस नाटक के नाम से लोगों तक यह संदेश पहुँचाने का प्रयास किया गया, कि वह ढोंगी बाबाओं के चक्कर में ना पड़े।