चुनाव आयोग ने किया लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 



 


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पिछले काफी दिनों की जद्दोजहद के बाद लोकसभा चुनाव की तारीखों का इंतजार खत्म हो गया है। जी हां रविवार को लोकसभा चुनाव का ऐलान हो गया है। इस बार पूरे देश में सात चरणों में चुनाव किया जाएगा। इस सात चरण के चुनाव में पहले चरण का चुनाव मतदान 11 अप्रैल को और आखिरी चरण 19 मई को होगा। जबकि वोटों की गिनती 23 मई को होगी।
देशभर में लोकसभा चुनाव का बिगुल रविवार को चुनाव आयोग ने फूंक दिया है। देशभर में कुल 543 लोकसभा सीटों पर सात चरण में चुनाव होगा, जबकि चुनाव के नतीजें 23 मई को घोषित किए जाएंगे। चुनाव आयोग के मुख्य आयुक्त सुनील अरोड़ा ने रविवार को चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए बताया कि इस बार कुल सात चरण में मतदान होंगे जिसमे देशभर के मतदाता हिस्सा लेंगे।
पहले चरण का चुनाव मतदान 11 अप्रैल को, दूसरे चरण का चुनाव 18 अप्रैल को , तीसरा चरण का चुनाव 23 अप्रैल को , चैथे चरण का चुनाव 29 अप्रैल को, पांचवे चरण का चुनाव 6 मई को , छठवें चरण का चुनाव 12 मई और सातवें चरण का चुनाव 19 मई को होगा. वोटों की गिनती 23 मई को की जाएगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए बताया कि इस बार के चुनाव में कुल 8.4 करोड नए मतदाता जुड़े हैं। साथ ही पिछली बार के चुनाव की तुलना में पोलिंग बूथ की संख्या में भी इजाफा किया गया है। इस बार कुल 10 लाख पोलिंग बूध बनाए गए हैं, जबकि पिछले चुनाव में 9 लाख पोलिंग बूथ थे। चुनाव के नतीजे 23 मई को घोषित किए जाएंगे।
इस बार सभी पोलिंग स्टेशनों पर वीवीपैट मशीनें होंगी। इससे वोटर्स को यह पता चल सकेगा कि उसकी ओर से दिया गया वोट सही उम्मीदवार को ही पड़ा है या नहीं। यही नहीं ईवीएम की भी कई स्तरीय सुरक्षा होगी। हर उम्मीदवार को फॉर्म 26 भरना होगा। सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगे होंगे। पूरी चुनावी प्रक्रिया की विडियोग्रफी भी होगी।
चुनाव प्रचार के लिए ईको-फ्रेंडली सामग्री के इस्तेमाल की भी सलाह दी गई है। कोई भी उम्मीदवार अखबार में 3 बार ही विज्ञापन दे सकेगा। यदि कोई उम्मीदवार अपने च्।छ कार्ड की जिम्मेदारी नहीं देता है तो उसकी उम्मीदवारी निरस्त कर दी जाएगी।
सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश, 40 सीटों वाले बिहार और 42 सीटों वाले पश्चिम बंगाल में सभी 7 चरणों में मतदान होगा।
आंध्र प्रदेश, अरुणाचल, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, केरल, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पंजाब, सिक्किम, तेलंगाना, तमिलनाडु, उत्तराखंड, अंडमान-निकोबार, दादर एवं नागर हवेली, दिल्ली, पुदुचेरी, चंडीगढ़ में एक ही राउंड में मतदान होगा।
दिलचस्प तथ्य यह है कि यह पहला ऐसा आम चुनाव है, जब 21वी सदी में जन्मे लोग मतदान कर सकेंगे। 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान इस सदी में जन्मे लोगों की आयु 18 वर्ष नहीं थी, अब इस चुनाव में वे पहली बार देश की सरकार चुनने के लिए वोट डाल सकेंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि दुनिया में करीब 40 लोकतांत्रिक देश हैं, लेकिन पारदर्शिता के मामले में भारत अव्वल देशों में से एक है।
चुनाव आयोग ने चार राज्यों के विधानसभा चुनावों का शेड्यूल भी जारी कर दिया है। इसमें आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम विधानसभा के चुनाव शामिल हैं। मगर सुरक्षा बंदोबस्त को देखते हुए जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव अभी नहीं होंगे। राज्य में विधानसभा भंग है और वहां राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है, बाकी राज्यों में मौजूदा सरकारों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव पर आयोग ने कहा कि राज्य सरकार और गृह मंत्रालय से इस बाबत चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में फिलहाल विधानसभा चुनाव नहीं होंगे।
चार राज्यों के विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ होंगे। इन राज्यों में ओडिशा, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और आंध्र प्रदेश शामिल हैं। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव पिछली बार 25 नवंबर-20 दिसंबर 2014 तक पांच चरणों में संपन्न हुए थे।
गौरतलब है, कि 2014 का लोकसभा चुनाव 9 चरण में संपन्न हुआ था। वोटों की गिनती 16 मई को की गई थी। इस चुनाव के नतीजों की बात करें तो बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए को 336 सीट, कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए को 60 सीट और अन्य क्षेत्रिय दलों के खाते में 147 सीट गई थी।