गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लखनऊ में किया 1 लाख 25 हजार करोड रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 


 


 


केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने एक लाख 25 हजार करोड़ की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इनमें 1 लाख 10 हजार करोड़ लागत की 5972 किलोमीटर लंबी परियोजनाएं भी शामिल है। गृहमंत्री ने गोमती सहित पांच नदियों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए 14 शहरों का समावेश करने वाली 1 हजार 970 करोड रुपए की मल जल शोधन परियोजना का भी शिलान्यास व लोकार्पण किया।


इस अवसर पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, पोत परिवहन, जल संसाधन नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री सर्वश्री कैलाश चंद्र मोर्य तथा दिनेश शर्मा तथा राज्य मंत्रीमंडल के अनेक सदस्य, सांसद तथा विधायक और गणमान्य लोग उपस्थित थे ।


इस अवसर पर शहर के झूले लाल पार्क में आयोजित सभा में उपस्थित जन समुदाय को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने जो इस शहर के लोकसभा सदस्य भी हैं उत्तर प्रदेश विशेष कल लखनऊ की परियोजनाओं के लिए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की भूरि भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि गडकरी ने विकास परियोजनाओं के लिए स्वीकृति देने में कभी भी विलंब नहीं किया और इनके लिए धन की कमी नहीं होने दी। जिन परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया उनके बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए सिंह ने कहा कि लखनऊ शहर में ट्रैफिक का बोझ कम करने के लिए तीन फ्लाईओवरो पर तेजी से काम चल रहा है जबकि चार और फ्लाईओवरो पर भी जल्दी ही काम शुरू होगा। उन्होंने बताया कि जानकीपुरम इलाके में एक ट्रामा सेंटर खोला जा रहा है, जिससे लखनऊ-सीतापुर रोड से जुड़े लोगों को आकस्मिक चिकित्सा उपलब्ध हो सकेगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने घोषणा की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ मेट्रो रेल सेवा के दूसरे चरण का कानपुर से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए उद्घाटन करेंगे।


केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में उन्होंने सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि में मिले सभी 25 करोड़ विकास योजनाओं पर खर्च किए जा चुके हैं। लखनऊ शहर से चुने गए सांसद और भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई को विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि वे स्वर्गीय बाजपेई के सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है।


इस अवसर पर अपने संबोधन में केंद्रीय परिवहन नितिन गडकरी ने बताया कि उनके अधीन मंत्रालयों के तहत उत्तर प्रदेश में लगभग तीन लाख पच्चीस करोड़ रुपए की परियोजनाएं या तो पूरी की जा चुकी है या निर्माण के विभिन्न चरणों में है। उन्होंने बताया कि इनमें से करीब 13 हजार करोड़ रुपए लागत की परियोजनाएं सिर्फ लखनऊ में चलाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि नमामि गंगे परियोजना के अधीन गोमती नदी की सफाई के लिए 300 करोड़ रूपए मंजूर किए गए हैं। गडकरी ने विश्वास दिलाया कि जिन भी परियोजनाओं का शिलान्यास किया जा रहा है उन्हें हर हाल में पूरा किया जाएगा और जनता के साथ विश्वासघात नहीं होगा।


कुंभ मेले के दौरान गंगा नदी में प्रचुर मात्रा में स्वच्छ जल उपलब्ध होने की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि गंगा जल प्रदूषण की मात्र 30 प्रतिशत की परियोजनाओं की पूरा होने पर भी ऐसी स्थिति है, जब सभी परियोजनाएं पूरी हो जाएंगी तो क्या स्थिति होगी।


वाराणसी से हल्दिया के बीच एक हजार 86 किलोमीटर लंबे जलमार्ग के सफल संचालन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यमुना नदी में दिल्ली से प्रयागराज के बीच जलमार्ग तैयार करने के लिए 12  हजार करोड़ रुपए की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई है।गंगा बेसिन में देश की 48% जनसंख्या के निवास की चर्चा करते हुए गडकरी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गंगा नदी के किनारे किनारे उद्योग व व्यवसाय विकसित करने का आग्रह करते हुए इस नदी को विकास का संवाहक बनाने का आग्रह किया।उत्तर प्रदेश की नदियों में जल्दी ही एयरबोट सेवा शुरू करने की योजना की जानकारी देते हुए आशा व्यक्त की इस से उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में नंबर वन राज्य बन सकेगा।


सभा में अपने विचार व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश के पिछले 23 महीनो के दौरान केंद्र सरकार तथा गडकरी के सहयोग और उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों से राज्य की सड़कों का जबरदस्त कायाकल्प हुआ है। प्रयागराज कुंभ मेले में प्रचुर मात्रा में स्वच्छ जल और स्वच्छ जल का प्रवाह उपलब्ध होने का श्रेय नमामि गंगे परियोजना को देते हुए उन्होंने कहा कि इस बार के कुंभ मेले में 2013 के कुंभ की तुलना में लगभग 2  गुना ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नमामि गंगे परियोजना से गंगा, देश के नेतृत्व और स्वयं इस परियोजना के प्रति लोगों मेएक विश्वास पैदा हुआ है।