लखीमपुर खीरी में दरोगा ने शिकायत करने वाले युवक को बना डाला तस्कर

रिपोर्ट : सुनहरा


 


 


 


लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी पुलिस और विवादों का पुराना सम्बन्ध है, आये दिन खुलासों पर उठते है सवाल और फिर सवालों के घेरे में आ गये दरोगा गौरव। सोमवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर दर्जनों ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई कि मोहम्मदी में तैनात एक दरोगा गौरव ने मैगलगंज में घर से कमलेश को उठाकर बना दिया असलहा तस्कर।


एसपी खीरी के कार्यालय के बाहर पीड़ित परिवार और दर्जनों ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी का प्रदर्शन किया और कहा कि पुलिस के खुलासे की जांच कर दरोगा पर एफआईआर दर्ज की जाए। ग्रामीणों ने कहा कि मैगलगंज थाने में तैनाती के दौरान कमलेश ने दरोगा की वसूली की शिकायत कर दी थी। इस बात से हलके के थानेदार कमलेश से नाराज थे। उस दिन बाद दरोगा जी का तबादला मैगलगंज से मोहम्मदी हुआ था। नाराज चल रहे दरोगा गौरव ने कमलेश को उसके घर से उठाकर असलहा फैक्ट्री चलाने वाले मुख्य अभियुक्त के साथ चालान कर दिया। उन्होंने बताया कि उक्त दरोगा ने इससे पहले भी मैगलगंज में तैनाती के दौरान कमलेश पर दर्ज किया था मुकदमा।


कमलेश के परिजनों ने कहा कि अगर हमें पुलिस अधीक्षक के यहां से न्याय नहीं मिलता है तो हम लखनऊ निर्वाचन आयुक्त कार्यालय पर पीड़ित परिवार और ग्राम वासी करेंगे प्रदर्शन। इस मौके पर कमलेश के परिजनों के सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे।


गौरव सिंह सदर कोतवाली लखीमपुर में भी इससे पूर्व तैनाती के समय काफी पीडितों को प्रताड़ित कर चुके है। इनके विरूद्ध कोई कार्यवाही नही हुई थी क्योंकि कुछ अर्सा पहले मेला मैदान में दो पक्षों में हुई लडाई में इन्होनें पीड़ित पक्ष को क्रास एफ आई आर की धमकी देकर जबरदस्ती दबाव में सुलह करा दिया था। इनकी यह हेकड़ी कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है जहां भी तैनात होते है विवाद इनके साथ इसलिए रहता है क्योंकि यह अपने आगे किसी की नही सुनते और इनके विरूद्ध अगर आवाज उठाने वाले का अन्जाम कमलेश की तरह होता है। आचार संहिता का दुरुपयोग बन्द करे खाकी।