फिल्म "टेनिस बडीज" का प्रमोशन करने जुटे फिल्म के सितारे

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 


 


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चिल्ड्रेन फिल्म सोसायटी ऑफ इंडिया द्वारा प्रस्तुत एवं रीजनेबल कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले बनी ‘टेनिस बडीज’ भारत की पहली ऐसी फिल्म है, जो टेनिस खेल पर आधारित है। ‘टेनिस बडीज’ नामक यह फिल्म हरियाणा की 14 साल की लड़की अनुष्का के संघर्षों की कहानी है, जो अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए टेनिस खेलती है और सफलता भी हासिल करती है। यह फिल्म 29 मार्च को रिलीज होगी।

हमारे देश में खेलों पर आधारित फिल्मों का एक ऐसा दौर चल पडा है, जो भारतीय सिनेमा को नई नई फिल्में दे रहा है। एक ओर जहां ऐसी फिल्में भारतीय खेल को बढावा देने का काम कर रही है। वहीं दूसरी ओर ऐसी फिल्में समाज में भी एक अच्छा संदेश पहुॅचाने का काम कर रही है। और कुछ ऐसी ही फिल्म है अपकमिंग फिल्म ‘टेनिस बडीज’। ‘टेनिस बडीज’ नामक यह फिल्म हरियाणा की 14 साल की लड़की अनुष्का के संघर्षों की कहानी है, जो अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए टेनिस खेलती है और सफलता भी हासिल करती है।

चिल्ड्रेन फिल्म सोसायटी ऑफ इंडिया द्वारा प्रस्तुत एवं रीजनेबल कम्युनिकेशन प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले बनी ‘टेनिस बडीज’ 29 मार्च को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। और इसी सिलसिले में फिल्म से जुडे स्टारकास्ट फिल्म के प्रमोशन के लिए दिल्ली पहुॅचे। इस दौरान फिल्म की स्टारकास्ट दक्षिता पटेल ने फिल्म के लिए अपनी कास्टिंग और फिल्म संबंधी तैयारी के अनुभव के बारे में बताया। बकौल दक्षिता पटेल उन्हें इस रोल के लिए चुने जाने के लिए मुझे बहुत सारे ऑडिशन के लिए जाना पड़ा। कई प्रशिक्षण सत्रों से गुजरना पड़ा। फिटनेस पर भी बहुत मेहनत की। दक्षिता ने बताया कि रणवीर सर के साथ शूटिंग के दौरान मैं बहुत नर्वस थी, लेकिन उन्होंने शूटिंग के पहले दिन ही मेरी समय की पाबंदी के लिए मेरी प्रशंसा की। मुझे इस फिल्म में काम करने का अद्भुत अनुभव हासिल हुआ।’

इस दौरान रियल लाइफ टेनिस खिलाडी चारू शर्मा ने फिल्म के बारे में कहा, ‘देश के कई हिस्से ऐसे हैं, जहां टेनिस नहीं खेला जाता है। इसलिए, लोगों के पास एक मौका है कि जो इस फिल्म के जरिये खेल की बारीकियों को नहीं समझ सकते हैं, उन्हें समझ सकें। लेकिन, यह एक ऐसी फिल्म है जहां सिर्फ टेनिस ही नहीं है, बल्कि खेल के इतर भी बहुत कुछ है। फिल्म में एक भावनात्मक एंगल भी है, जिससे दर्शक निश्चित रूप से जुड़ेंगे एवं इसे पसंद करेंगे। 

दरअसल, यह फिल्म प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान के परिप्रेक्ष्य में भी अनूठा संदेश देती है, यानी यह फिल्म फन और इमोशन का मिक्स ड्रामा है। साथ ही यह फिल्म बच्चों के संघर्ष के साथ समाज को भी आईना दिखाएगी।