रिपोर्ट :अजीत कुमार
"मिसज इंडिया क्वीन ऑफ़ सब्सटांस, 2019" प्रतियोगिता के फाइनल राउंड में दिल्ली की अनामिका छाबरा को "बेस्ट ट्रेडिशनल कौस्टुम " के टाइटल से नवाजा गया है। वह एक जानी मानी शिक्षक, व्यवसायी और समाज सेविका है जो बेघर , मानसिक और शारीरिक समस्याओं वाले बच्चो की सेवा में निरंतर प्रतिबद्ध है। यह इवेंट 20 अप्रैल को द्वारका के वेलकम होटल में हुआ। पूरे भारत के 43 प्रतियोगियों में से अनामिका ने अपने को विविधता में एकता का सबसे अच्छा उदाहरण प्रस्तुत किया और "बेस्ट ट्रेडिशनल कौस्टुम" का खिताब जीता। मोर के रूप में सजी वह बहुत लुभावनी लग रही थी। वह अपनी सभ्यता और संस्कृति में अटूट विश्वास रखती है। जिसके कदम जमीं पे, और मस्तक आसमान में होता है, उसके लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं होता। इस ज़ज़्बे के साथ, अनामिका छाबरा भारतीय परम्पराओ से जुड़े रहते हुए, अपने काम को पूरे विश्व तक पहुँचाना चाहती है।
आजकल वह "मेड इजी प्री स्कूल" में शिक्षक है। यहाँ उन्हें बच्चो के विकास के लिए जरूरी प्रिशिक्षण और अनुभव प्राप्त होता है। इस स्कूल का एनजीओ भी है जो कई आंगनवाड़ी के साथ गरीब बच्चो के लिए काम करता है। इसके साथ साथ अनामिका और कई एनजीओ और विधालयो से जुड़ी हुई है। समाज के इस वर्ग की सहायता करने की अप्रतिम इच्छा उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा है जो उन्हें निरंतर काम करने और अपने कौशल को बढ़ाने की शक्ति देती है। वह बच्चो को आत्मनिर्भर बनने की कला तथा उचित स्वछता बनाये रखने की शिक्षा देती है।
आज वो ऐसे बच्चो की, एक प्रसिद्ध सलाहकार है। अपने मिशन की जागरूकता के लिए उन्हें मिसज इंडिया क्वीन ऑफ़ सब्सटांस, 2019 ने HCWA के साथ मिल कर ये मंच दिया जिससे वो अपने प्रयास को करोड़ो लोगो तक पहुँचाने में सक्षम हुई है। इस उपलब्धि ने उनकी उड़ान को नए पंख दिए है। उनका मानना है कि किसी भी मिशन की सफलता के लिए बड़े स्तर पर लोगो की जागरूकता और सहयोग अत्यंत आवश्यक है।