श्रीलंका में बम धमाकों में मरने वालों की संख्या 200 के पार

 


 



 


श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के दिन एक के बाद एक हुए लगातार आठ बम विस्फोटों में मरने वालों की संख्या 200 के पार पहुंच चुकी है। जबकि 400 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। इनमें से अधिकांश विस्फोट राजधानी कोलंबो में हुए हैं। प्रशासन ने पूरे देश में कफ्र्यू लागू कर दिया है। श्रीलंका में गृहयुद्ध के अंत के बाद यह सबसे बड़ा खूनखराबा वाला दिन है। इस मामले में अब तक श्रीलंका पुलिस ने 7 संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया है। श्रीलंका के रक्षा मंत्री ने कहा कि इन धमाकों के मामले में सात संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। सरकार ने पुष्टि की है कि अधिकर बम ब्लास्ट आत्मघाती हमलावरों ने किया है।
बता दें, बम विस्फोट की शुरुआत कोलंबो स्थित कोच्चिकाडे के सेंट एंथनी चर्च से शुरू हुई, जहां सैकड़ों लोग ईस्टर की प्रार्थना सभा के लिए जमा हुए थे और आधा घंटे के भीतर ही यहां से 30 किलोमीटर दूर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्तियन चर्च में विस्फोट हुआ और फिर कोलंबो से 250 किलोमीटर दूर पूर्व में बट्टिकालोआ में स्थित जियॉन चर्च में विस्फोट हुआ।
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। साथ ही उन्होंने लोगों से जांच में सहयोग करने की भी अपील की। राष्ट्रपति ने अधिकारियों को जांच करने और हमलावरों को खोजने का आदेश दिया है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने श्रीलंका हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि भारत श्रीलंका में हुए आतंकी हमलों की निंदा करता है और देश के लोगों और सरकार को अपनी संवेदना प्रदान करता है। ऐसी हिंसा का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है। हम श्रीलंका के साथ पूर्ण एकजुटता से खड़े हैं।
श्रीलंका में चर्च और होटल पर हुए हमले की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी निंदा की है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि श्रीलंका में हुए भयानक विस्फोटों की कड़ी निंदा करते हैं। हमारे क्षेत्र में इस तरह के बर्बरता के लिए कोई जगह नहीं है। भारत श्रीलंका के लोगों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है।
इसी बीच एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। रिपोट्र्स के अनुसार धमाके से 10 दिन पहले यानी 11 अप्रैल को श्रीलंका के पुलिस प्रमुख पुजुथ जयसुंदर ने देश के प्रमुख चर्चों पर हमले को लेकर एक अलर्ट जारी किया था। अलर्ट में कहा था कि आत्मघाती हमलावर 'अहम चर्चों' को निशाना बना सकते हैं।
पुलिस प्रमुख पी. जयसुंदरा ने 11 अप्रैल को यह अलर्ट शीर्ष अधिकारियों को दिया था। विदेशी खुफिया एजेंसियों ने सूचना दी थी कि एनजेटी (नेशनल तौहीद जमात) आत्मघाती हमले की साजिश रच रहा है। आतंकियों के निशाने पर कोलंबो स्थित प्रमुख चर्च और भारतीय दूतावास भी है। अलर्ट में फिदायीन हमले का भी जिक्र किया गया था। 
बता दें कि इससे पहले सुबह से राजधानी कोलंबो सहित देश के अन्य भागों में 6 सीरियल ब्लास्ट हो चुके हैं। पहला बम ब्लास्ट राजधानी कोलंबो के कोछीकड़े स्थित सेंट एंटनी चर्च में हुआ जबकि दूसरा बम ब्लास्ट कटाना के कटुवापिटाया स्थित चर्च में हुआ। वहीं कोलंबो स्थित शांगरी-ला होटल और किंग्सबरी होटल में भी बम ब्लास्ट हुआ। कुल मिलाकर अब तक सात बम ब्लास्ट हो चुके हैं।
श्रीलंका में सोमवार तक शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक कफ्र्यू रहेगा। धमाकों के बाद फेसबुक, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया साइट्स को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। समाचार एजेंसी एएफपी ने श्रीलंका की पुलिस के हवाले से कहा है कि मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। मृतकों में 35 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।