उत्तरी पश्चिमी लोकसभा चुनाव के लिए रोहिणी में जनता के बीच पहुंचे सूफी गायक हंसराज हंस

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 


  


 


 

दिल्ली के उत्तरी पश्चिमी लोकसभा सीट से बीजेपी ने उदित राज का टिकट काटकर पंजाबी सूफी गायक हंसराज हंस का चुनावी मैदान में उतारा जिसके बाद से ही हंस राज हंस लोकसभा चुनाव में जनता के बीच पहुंचने लगे इसी कड़ी में शुक्रवार को उत्तरी पश्चिमी लोकसभा चुनाव के लिए रोहिणी में चुनावी कार्यालय का उद्घाटन किया, जिसमें केंद्रीय मंत्री विजय गोयल पहुंचे। कार्यालय के उद्घाटन में बीजेपी के तमाम नेताओं ने जनता से हंसराज हंस के लिए वोटों की अपील की। विजय गोयल भी जनता के बीच पहुंचे और विक्ट्री का साइन दिखाकर हंसराज हंस की जीत को सुनिश्चित किया। उन्होंने कहा कि एक राज पार्टी छोड़ कर चले गए तो हंस राज पार्टी में जोड़ दिए गए, और अब पार्टी ने उनको उत्तरी पश्चिमी लोकसभा सीट की जिम्मेदारी दी है और वह इस सीट से सांसद का चुनाव लड़ने के लिए जनता के बीच पहुंच गए हैं। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री विजय गोयल से कहा कि अब देश की जनता अपने प्रत्याशी नहीं बल्कि मोदी के नाम पर वोट मांग रही है, जहां कहीं भी कोई प्रत्याशी है उसको मोदी समझ कर वोट दें और लोकसभा के इस महाचुनावी संग्राम में नरेंद्र मोदी को एक बार फिर से प्रधानमंत्री बनाएं।

दिल्ली के रोहिणी में कार्यालय उद्घाटन पर पहुंचे हंसराज हंस सूफियाना अंदाज में जनता से मुखातिब हुए। हंस राज हंस के साथ उनका बेटा भी जनता के बीच में आया और अब सूफी गायक से भाजपा के नेता बने हंस राज हंस जो कभी जनता के लिए गाने गाकर तालियों की फरमाइश करते थे अब वह मंच पर भाषण देकर अपने लिए वोटों की मांग कर रहे हैं। हर तरीके से वह जनता का दिल जीतने की कोशिश कर जनता की डिमांड पर उन्होंने मोदी मोदी के नाम का गाना गाया तो हर कोई उनकी आवाज़ पर झूम उठा।  हाथ में माइक और सामने जनता हो तो आखिरकार एक गायक खुद को कैसे हो सकता है भले ही वह चुनावी मंच क्यों ना हो।

हंसराज हंस ने कांग्रेस पर तंज करते हुए कहां की कई साल पहले देश आजाद हो गया आजादी से पहले जो अंग्रेजों के साथ बैठकर अय्याशी करते थे वह सत्ता पर काबिज हो गए और साथ 70 साल भारत पर राज किया। उदित राज के मामले में भी हंस राज हंस बिना नाम लिए सूफी अंदाज में यह कहते हुए दिखे की वह भाजपा में आकर टिकट पाने के बाद उदित राज से मिलना चाहते थे लेकिन जाने से पहले उन्होंने बताया नहीं और हमने पूछा नहीं जिससे उदित राज दूर चले गए। आखिरकार गाना गाते हुए हंसराज हंस ने जनता से खुद के लिए वोटों की अपील की और यहां तक कह दिया कि वह बाहरी नहीं हैं, बल्कि रोहिणी में घर हो चुका हैं और अब लोकसभा की जनता के बीच ही रहेंगे।

भारतीय जनता पार्टी में मनोज तिवारी के बाद अब एक और गायक को दिल्ली में लोकसभा चुनाव मे टिकट दिया है जिसमें मनोज तिवारी तो गायक से प्रखर नेता बन गए। और अब देखना यह होगा कि हंस राज हंस अपने सूफी अंदाज से गायकी में तो लोगों का दिल जीत चुके लेकिन यह सूफियाना रंग राजनीति करते हुए एक नेता के तौर पर जनता पर चढ़ पाते हैं या नहीं।