बारदाना न होने से सरकारी केंद्रों पर कई दिनों से गेहूं खरीद बन्द, किसानों में रोष

रिपोर्ट : सुनहरा 


 


 


 


उत्तर प्रदेश के ल्खीमपुर-खीरी में धान की तरह ही किसानों को अब गेहूं को बेचने में तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तहसील इलाके का कोई भी सरकारी खरीद केंद्र सुचारू रूप से नहीं चल रहा है। किसी केंद्र पर खर अधिकारी या कर्मचारी नहीं हैं तो किसे केंद्र पर बारदाना नहीं है।
इस तरह किसान द्वारा खून पसीना एक करके तैयार की गई गेंहू फसल की छीछाले दर हो रही है। और मिल गन्ना का पेमेन्ट नही दे रही है और किसान का गेहूं सरकारी केन्द्रो पर खरीद नहीं जा रहा है। इस तरह किसान आर्थिक तंगी की कगार पर पहुंच गया है। उसके सामने अब जीविका चलाने का संकट उत्पन्न हो गया हैं। लेकिन शासन-प्रशासन चुप्पी साधे हुए है।
हालांकि बीते दिवस एसडीएम पूजा यादव ने स्थानीय मंडी समिति में चल रहे सरकारी गेहूं खरीद केंद्रों का भृमण कर खरीद की प्रगति का जायजा लिया। अधिकांश केंद्रों पर बारदाना न होने से खरीद बन्द मिली। उन्होंने किसानों से वार्ता कर के बारदाना जल्दी उलब्ध करवा कर खरीद शुरू करने का आश्वासन भी दिया। लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी किसी केंद्र पर सुचारू रूप से गेहूं खरीद शुरू नहीं हो पाई थी।
मंडी गेहूं से भरी ट्रालियों की लंबी लम्बी कतारें लगी हुई है। और किसान गेहूं की रखवाली करने के लिए कई दिनों से मंडी में डेरा जमाये हुए है। गेहूं फसल की हो रही छीछालेदर से किसानों में खासा रोष ब्याप्त हैं।