आठवें दिन कुंभकरण का वध देख रोमांचित हुए दर्शक

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 



 


लालकिला ग्राउंड स्थित 15 अगस्त पार्क में विश्व प्रसिद्ध लवकुश रामलीला कमिटी द्वारा आयोजित किए जा रहे रामलीला के आठवें दिन रविवार को लीला मंचन की शुरुआत श्रीराम एवं रावण के दूतों के बीच युद्ध से हुई। इसके तहत सर्वप्रथम घु्रम राक्षस का वध का मंचन किया गया, जिसके बाद व्रजात राक्षस भी मारा जाता है। अपने दो-दो राक्षसों के मारे जाने से रावण का पारा उबाल लेने लगता है। ऐसे में रावण अपने अकंपन राक्षस को युद्धभूमि में भेजता है, लेकिन अकंपन के साथ अश्वकर्ण का भी वध हो जाता है। लेकिन, जब प्रहस्त का भी वध हो जाता है, तो रावण को हारकर मेघनाद को युद्धभूमि में भेजना पड़ता है। उसके बाद रावण खुद युद्धभूमि में आता है और कुंभकर्ण को भी नींद से जगाया जाता है। रावण से संवाद के उपरांत कुंभकर्ण युद्धभूमि में आता है, लेकिन उसका भी वध हो जाता है, जिससे रावण बेहद दुखी और व्याकुल हो जाता है। इधर, मेघनाद द्वारा किए जा रहे यज्ञ को लक्ष्मण भंग कर देता है, जिससे मेघनाद क्रुद्ध हो उठता है और लक्ष्मण को युद्ध के लिए ललकारता है। इन सब प्रसंगों का मनोहारी मंचन देखने को मिला।
रविवार की लीला में रावण के किरदार में अवतार गिल, श्रीराम के किरदार में गगन मलिक, लक्ष्मण की भूमिका में मोहित, सीता की भूमिका में अंजना सिंह आदि ने इंद्रधनुषीं अभिनय का नमूना पेश किया।