बहादुरी-इमोशन्स का दमदार मिक्सचर है फिल्म सांड की आंख

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 



 


कहते हैं इन्सान के सपने देखने और उनको पूरा करने की कोई उम्र नहीं होती. जो ये कहते हैं, सच कहते हैं। ऐसी ही सपने देखने, दिखाने और फिर उन्हें सच करने की कहानी है अभिनेत्री तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर की बहुप्रतिक्षित आनेवाली बायोपिक फिल्म 'सांड की आंख' जिसका लोगों को बेसब्री से इंतजार था अब वो जल्द ही सिनेमाघरों में आने वाली है। यह फिल्म 25 अक्टूबर को सभी सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। और इसी को लेकर फिल्म का प्रमोशन भी जोर शोर से होने लगा है। इसी फेहरिस्त में फिल्म की स्टारकास्ट तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर राजधानी दिल्ली पहुॅची, जहां दोनों ही अभिनेत्रियों ने फिल्म से संबंधित जानकारी सांझा करते हुए फिल्म के बारे में बताया।
मीडिया से बात करते हुए तापसी पन्नू ने शूटिंग सेटों के अपने अनुभव के बारे में बताया। वहीं तापसी ने अपने 60 वर्षीय महिला के कैरेक्टर के बारे में भी बताया। उन्होंने आगे कहा, 'यह भूमिका हमेशा उनकी दिल के करीब होगी, क्योंकि यह मेरे करियर में अब तक का सबसे बड़ा चैलेंज है।'
भूमि ने फिल्म के विषय के बारे में बताते हुए कहा, कि फिल्म के पीछे का विचार यह दिखाना है कि इन दो महिलाओं ने इतनी मेहनत की है क्योंकि वे युवा थीं, और उन्होंने खुद को ठोस बनाया, जिसने उन्हें शूटिंग में उत्कृष्ट बनने में मदद की।
बता दें कि 'सांड की आंख' तुषार हीरानंदानी द्वारा निर्देशित और अनुराग कश्यप, रिलायंस एंटरटेनमेंट और निधि परमार द्वारा निर्मित एक बायोपिक फिल्म है। यह शार्पशूटर चंद्रो और प्रकाशी तोमर के जीवन पर आधारित है। फिल्म में भूमि पेडनेकर, तापसी पन्नू और प्रकाश झा मुख्य भूमिका में हैं।