जे.पी.एस. चावला ने वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग में महालेखा नियंत्रक का कार्यभार ग्रहण किया

रिपोर्ट : अनुज झा


 



 


जे.पी.एस. चावला ने वित्त मंत्रालय के व्यय विभाग में नए महालेखा नियंत्रक का कार्यभार ग्रहण किया। 


भारत सरकार ने जे.पी.एस. चावला, जो 1985-बैच के भारतीय सिविल लेखा सेवा (आईसीएएस) अधिकारी हैं, को 15 अक्टूबर से नियमित आधार पर व्यय विभाग, वित्त मंत्रालय में महालेखा नियंत्रक (सीजीए) के पद पर नियमित आधार पर नियुक्त किया है। हालांकि जे.पी.एस. चावला 1 सितंबर, 2019 से सीजीए के रूप में कार्य कर रहे हैं।


चावला ने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, दिल्ली से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में इंजीनियरिंग में स्नातक (बीई) किया है। सिविल सेवा में आने से पहले ने चार वर्षों तक सार्वजनिक क्षेत्र के इंजीनियरिंग उपक्रमों, इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल) के साथ कार्य किया है। अपने 34 वर्षों के करियर के दौरान उन्होंने प्रसार भारती, शहरी विकास, नागरिक उड्डयन और पर्यटन तथा कृषि जैसे कई मंत्रालयों / विभागों में विभिन्न स्तरों पर विभिन्न कैडर पदों पर कार्य किया है। उन्होंने प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के साथ भी काम किया है और इंद्रप्रस्थ पावर जनरेशन कंपनी लिमिटेड (आईपीजीसीएल) और प्रगति पावर लिमिटेड (पीपीएल) में निदेशक (वित्त) के रूप में भी कार्य किया है।


सीजीए का पदभार संभालने से पहले चावला ने मुख्य लेखा नियंत्रक, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क (सीबीआईसी) के प्रमुख के रूप में कार्य किया, जहाँ उन्होंने जीएसटी का रोलआउट के राष्ट्रीयकरण से पहले जीएसटी नेटवर्क (जीएसटीएन) की लेखा प्रक्रिया और परिचालन को अंतिम रूप देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


उन्होंने सरकारी वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) के साथ सीबीआईसी के आई जीएसटी रिफंड भुगतान नेटवर्क के एकीकरण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो कि भारत सरकार के निर्णय के हिस्से के रूप में सभी सरकारी प्राप्तियों और भुगतानों को महालेखा नियंत्रक कार्यालय के पीएफएमएस पोर्टल के माध्यम से डिजिटलाइज़ करने के लिए किया गया था।