रिपोर्ट : अजीत कुमार
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने दिल्ली में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र योजना बोर्ड द्वारा आयोजित “राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र -2041” के उद्घाटन सम्मेलन की अध्यक्षता की। सम्मेलन का विषय " कल के सबसे बड़े राजधानी क्षेत्र के लिए योजना" था। सम्मेलन में एनसीआर क्षेत्र वाले सभी राज्यों, भारत सरकार के संबंधित मंत्रालयों/ विभागों, ज्ञान संस्थानों, उद्योगों, आवास संघों, विषय विशेषज्ञों, विभिन्न जिलों के फील्ड अधिकारियों और अन्य हितधारकों ने भाग लिया।
डी.एस. मिश्रा ने सम्मेलन का एजेंडा तय करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से नागरिकों की सुविधाओं पर केन्द्रित होगा। उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से सक्षम और टिकाऊ योजना ही सफल हो सकती है। उन्होंने पुणे में आयोजित स्मार्ट सिटी सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन का जिक्र करते हुए कहा कि यदि किसी में गरीबी कम करने की क्षमता है, तो वह हमारे शहरों में है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में क्षेत्रीय योजना काफी कारगर साबित होगी। मिश्रा ने इसे एक चुनौतीपूर्ण कार्य बताते हुए सभी हितधारकों से सभी उपलब्ध संसाधनों के माध्यम से एक समग्र योजना तैयार करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय योजना का पूरे क्षेत्र पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। योजना के माध्यम से यह तय होगा कि क्षेत्र का विकास किस स्तर पर और किस दिशा में किया जाना है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय योजना-2041 हमारे सपनों और आकांक्षाओं की योजना होगी। इसे हर हाल में 2021 की मध्यावधि से पहले प्रकाशित कर दिया जाना चाहिए।
इससे पहले सम्मेलन को संबोधित करते हुए, एनसीआरपीबी सदस्य सचिव श्रीमती अर्चना अग्रवाल ने कहा कि वर्तमान में 2021 को ध्यान में रखते हुए योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है और आगे 2041 की योजना तैयार की जानी है।
सम्मेलन के सत्र में विश्वस्तरीय शहरों की योजना के साथ ही 'भविष्य की कल्पना', 'राज्यों की प्राथमिकताएँ', 'भूमि उपयोग, आवंटन और नियंत्रण', 'सामंजस्यपूर्ण विकास' और 'वित्तीय संरचना' जैसे अन्य विषयों पर एक मल्टीमीडिया प्रस्तुति भी दी गई।
प्रतिभागी क्षेत्रीय योजना-2020 के बारे में एनसीआरपीबी की वेबसाइट पर सुझाव दे सकते हैं।