50 वां आईएफएफआई ऑडियो-विजुअल गान को जारी किया गया

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 



 


गोवा में 20 से 28 नवंबर तक आयोजित होने वाले 50 वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) के लिए, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय सचिव अमित खरे ने दिल्ली में एक पर्दे पर आईएफएफआई 2019 के लिए ऑडियो-विजुअल गान को जारी किया। इस महोत्सव के स्वर्ण जयंती संस्करण को चिह्नित करने के लिए एक रेडियो जिंगल को भी जारी किया गया।


संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए, सचिव ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे यह गान मनोरंजन की उत्पत्ति पर प्रकाश डालाता है। खरे ने कहा, "उद्देश्य यहां पर यह दिखाना है कि मनोरंजन की उत्पत्ति भारत से ही हुई है, जिसे भारत के नाट्यशास्त्र में खोजा जा सकता है, जिसे 2,200 साल पहले लिखा गया था"।


50 वें आईएफएफआई के ऑडियो-विजुअल गान को पद्म गीताचंद्रन पर फिल्माया गया है जो कि भरतनाट्यम नृत्य के रचनात्मक कलाकारों में से एक हैं। उन्होंने कहा कि गान की अवधारणा में भरत मुनि के नाट्य शास्त्र का उपयोग करते हुए 9 रसों (भावनाओं) को शामिल किया गया है और वह भारत की  उस भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है जिसके भाव के साथ यह देश खड़ा है। गान के द्वारा आईएफएफआई की फिल्मों की क्लिपिंग के माध्यम से उन भावनाओं को दर्शाया है जो कि आईएफएफआई में पिछले 50 वर्षों के दौरान या तो सराहना की गई हैं या प्रदर्शित की गई है।


इस गान का संगीत रिकी केज द्वारा रचा गया है, जो कि एक भारतीय संगीतकार है, जिन्होंने अपने संगीत के लिए ग्रैमी अवार्ड्स सहित कई पुरस्कारों को जीता है। पूरे गान को फिल्म उत्सव निदेशालय के लिए राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम द्वारा निर्देशित और निर्मित किया गया है।


संवाददाता सम्मेलन में शामिल होने वाले लोगों में आईएफएफआई के संचालन समिति के सदस्य, राहुल रवैल और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।


भारत के 50 वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में 76 देशों की लगभग 200 सर्वश्रेष्ठ फिल्मों को दिखाया जाएगा, जो कि आईएफएफआई के इतिहास में अब तक की सर्वाधिक संख्या है। आईएफएफआई भारत का सबसे प्रतिष्ठित महोत्सव है और यह एशिया में आयोजित होने वाला पहला अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव है।