50वां अंतरराष्‍ट्रीय भारतीय फिल्‍म समारोह का विशेष रूप से निर्मित खंड मूक सिनेमा देखने के लुप्‍त रूप को श्रद्धांजलि देगा

 


 



 


गोवा में 2019 अंतरराष्‍ट्रीय भारतीय फिल्‍म समारोह का स्‍वर्ण जयंती संस्‍करण आयोजित किए जाने में केवल पांच दिन बच गए हैं। इस समारोह में मूक फिल्‍म देखने के लुप्‍त रूप को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए विशेष रूप से निर्मित एक खंड होगा, जहां तीन विख्‍यात फिल्‍मकारों द्वारा तीन विख्‍यात फिल्‍मों को प्रदर्शित किया जाएगा।


ये फिल्‍में हैं- रूस के विख्‍यात फिल्‍मकार एवं मोंटेक एडिटिंग के प्रवर्तक सर्जेर्यी एम आइंस्‍टाइन की बैटलशिप पोटेमकिन, जर्मनी के विख्‍यात फिल्‍मकार जी.डब्‍ल्‍यू. पाबस्‍ट की पेंडोराज बॉक्‍स और सस्‍पेंस के विख्‍यात ब्रितानी फिल्‍मकार अल्‍फ्रेड हिचकॉक की ब्‍लैकमेल। आईएफएफआई में इन फिल्‍मों को दिखाए जाने के साथ ब्रिटेन के विख्‍यात पियानोवादक जोनाथन लिंडसे बेस्‍ट का लाइव शो भी आयोजित किया जाएगा।


अपनी प्रारंभिक अवस्‍था में फिल्‍मों को मनोरंजन के एक हास्‍य नाटिका को दिखाया जाना आरंभ हुआ था और उस वक्‍त ध्‍वनि इसका हिस्‍सा नहीं हुआ करती थी। मुख्‍य रूप से यह एक दृश्‍य माध्‍यम था जो अक्‍सर किसी चित्रकारी या हस्‍तकारी का विस्‍तार होता था और कैमरा के उद्भव के साथ यह एक अलग माध्‍यम बन गया। प्रारंभ में फिल्‍मों की संकल्‍पना बिना किसी ध्‍वनि के एक दृश्‍य कार्यक्रम के रूप में की गई थी।


एकमात्र ध्‍वनि लाइव म्‍यूजिक होती थी, जो किसी विख्‍यात संगीतकार द्वारा किसी विशेष स्‍थान पर किसी विशेष फिल्‍म की स्‍क्रीनिंग के साथ दी जाती थी। बोलने वाली फिल्‍मों के उद्भव के साथ इस तरह की फिल्‍मों को देखने का अनुभव भी समाप्‍त हो गया। इस वर्ष के आईएफएफआई में मूक फिल्‍मों के इसी महत्‍व को रेखांकित किया जाएगा।


उल्‍लेखनीय है कि 2019 अंतरराष्‍ट्रीय फिल्‍म समारोह का 50वां वर्ष है, जिसे अक्‍सर एशिया महाद्वीप के सबसे पुराने फिल्‍म समारोह में शुमार किया जाता है। 50वां अंतरराष्‍ट्रीय भारतीय फिल्‍म समारोह, 2019 में 76 देशों की लगभग 200 सर्वश्रेष्‍ठ फिल्‍मों, भारत पेनोरोमा खंड में 26 फीचर फिल्‍मों एवं 15 गैर फीचर फिल्‍मों को दिखाया जाएगा। समारोह के इस स्‍वर्ण जयंती संस्‍करण में 10 हजार से अधिक लोगों एवं फिल्‍म प्रेमियों के आने की उम्‍मीद है।