रिपोर्ट : अजीत कुमार
केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने आयातित वस्तुओं की त्वरित कस्टम मंजूरी एवं बेहतर निगरानी और अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के आगमन को सुविधाजनक बनाने के लिए दो नई आईटी पहलों 'आइसडैश' और 'अतिथि' का शुभारंभ किया। यह कस्टम संबंधी सामान और मुद्रा से जुड़ी घोषणाओं को इलेक्ट्रॉनिक ढंग से दाखिल करने से ही संभव हो पाएगा। इस अवसर पर वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, सीबीआईसी के वरिष्ठ अधिकारी और व्यापार एवं उद्योग जगत के सदस्य भी उपस्थित थे।
वित्त मंत्री ने नई दिल्ली स्थित सीबीआईसी के महानिदेशालय प्रणाली कार्यालय में करदाताओं को बेहतर सेवाएं मुहैया कराने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने हेतु केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों की सराहना की। वित्त मंत्री ने विशेषकर नेटवर्क संचालन केन्द्र और सुरक्षा परिचालन केन्द्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
वित्त मंत्री ने इस बात का भी उल्लेख किया कि सीबीआईसी द्वारा लागू किए गए आईटी एवं अन्य सुधारों की बदौलत 'सीमा पार व्यापार में भारत की वैश्विक रैंकिंग' में उल्लेखनीय सुधार भी विशेष मायने रखता है। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि विशेषकर आइसडैश तथा अतिथि दोनों ही इस दिशा में और ज्यादा बेहतरी सुनिश्चित करने में काफी मददगार साबित होंगे क्योंकि वे कस्टम के कामकाज में इंटरफेस में कमी लाने के साथ-साथ पारदर्शिता को बढ़ा देंगे। उन्होंने कहा कि विशेषकर 'अतिथि' से भारतीय सीमा शुल्क विभाग की प्रौद्योगिकी विशेषज्ञता वाली छवि बनेगी और भारत में पर्यटन तथा कारोबारी यात्रा को काफी प्रोत्साहन मिलेगा। वित्त मंत्री ने अधिकारियों से फोकस के साथ नीति-निर्माण के लिए आईटी आधारित अंतर्दृष्टि विकसित करने का अनुरोध किया।
अनुराग ठाकुर ने सीबीआईसी की महानिदेशालय प्रणाली (डीजी सिस्टम) के अधिकारियों द्वारा किए जा रहे विशिष्ट कार्यों की सराहना की और इसके साथ ही उन्होंने यह बात रेखांकित की कि 'अतिथि' एप से हवाई अड्डों पर बाधा रहित एवं त्वरित कस्टम मंजूरी संभव हो पाएगी और देश के हवाई अड्डों पर आने वाले अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों एवं अन्य आगंतुकों को बेहतर अनुभव होगा। उन्होंने कहा कि सीबीआईसी को अपने कार्यकलाप के प्रत्येक क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का अवश्य इस्तेमाल करना चाहिए और वाजिब कारोबार को सुविधाजनक बनाते समय इसे विशेषकर जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) में धोखाधडि़यों की पहचान करने तथा इन पर लगाम लगाने के तरीके ढूंढ़ने चाहिए।
राजस्व सचिव डॉ. अजय भूषण पांडेय ने कहा कि आज के जमाने में गवर्नेंस को बेहतर करने में प्रौद्योगिकी ही इसकी कुंजी है। उन्होंने कहा कि सूचनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने को लेकर अत्यंत गंभीर रहते हुए सीबीआईसी विभिन्न प्रौद्योगिकियों को आगे लाने के लिए निरंतर प्रयासरत है जो निश्चित तौर पर सराहनीय है। सीबीआईसी के अध्यक्ष पी. के. दास ने विभाग को सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) की दृष्टि से और ज्यादा प्रभावकारी बनाने के लिए सीबीआईसी द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों के बारे में जानकारी दी, ताकि कारोबार में और अधिक सुगमता संभव हो सके।
आइसडैश भारत के सीमा शुल्क विभाग का एक ऐसा डैशबोर्ड है जो कारोबार में सुगमता (ईओडीबी) की निगरानी करता है। इससे आम जनता को विभिन्न बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर आयात कार्गो के दैनिक कस्टम क्लीयरेंस समय को देखने में मदद मिल रही है। 'आइसडैश' की बदौलत भारत के सीमा शुल्क विभाग ने एक ऐसे कारगर साधन (टूल) को मुहैया कराने में वैश्विक स्तर पर बढ़त हासिल कर ली है जिससे कारोबारियों को विभिन्न बदंरगाहों पर कस्टम क्लीयरेंस में लगने वाले समय की तुलना करने और फिर उसके अनुसार अपनी लॉजिस्टिक्स की योजना बनाने में मदद मिलती है। इस डैशबोर्ड को सीबीआईसी ने एनआईसी के सहयोग से विकसित किया है। सीबीआईसी की वेबसाइट के जरिए आइसडैश पर विजिट किया जा सकता है।
'अतिथि' की बदौलत सीबीआईसी ने कस्टम संबंधी घोषणा अग्रिम रूप से दाखिल करने के लिए मोबाइल एप को उपयोग में लाना अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए आसान कर दिया है। यात्री भारत के लिए जहाज पर सवार होने से पहले ही भारत के सीमा शुल्क विभाग में शुल्क अदायगी वाली वस्तुओं और मुद्रा के बारे में अपनी घोषणा दाखिल करने के लिए इस एप का उपयोग कर सकते हैं। 'अतिथि' एप आईओएस और एंड्रायड दोनों पर ही उपलब्ध है।