अयोध्या मामले को लेकर सांप्रदायिक सौहार्द न बिगड़े इसको लेकर अब प्रशासन ने कमर कस ली है। अब अयोध्या के मजिस्ट्रेट, अनुज कुमार झा ने विवादित भूमि से जुड़े किसी भी तरह के भड़काऊ सोशल मीडिया मैसेज या विवादित पोस्टरों पर रोक लगा दी है।
यह नियम 28 दिसंबर तक लागू रहेगा। आदेश के मुताबिक, भूमि विवाद से जुड़े ऐसे कोई भी संदेश नहीं भेजे जा सकते जिनसे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है। आदेश में कहा गया है कि यदि कोई नियम का उल्लंघन करते हुए पकड़ा जाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, अयोध्या विवादित मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है। अब कोर्ट कभी भी मामले में फैसला दे सकता है। ऐसे में प्रशासन को सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका है। यही वजह है कि मजिस्ट्रेट ने अयोध्या में विवादित भूमि से जुड़े भड़काऊ सोशल मीडिया मैसेज और पोस्टरों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
शनिवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा था कि अयोध्या विवाद का फैसला आने वाला है। इसकी मैं कोई भविष्यवाणी नहीं कर सकता हूं, क्योंकि मैं कोई भविष्यवक्ता नहीं हूं।
उन्होंने कहा था कि ऐसे संवेदनशील मौकों पर जीत का जश्न नहीं होना चाहिए। एक बात जरूर कहूंगा कि फैसला चाहे जिसके पक्ष में आए लोगों को जीत का जुनूनी जश्न नहीं मनाना चाहिए और न ही हार का हुड़दंग मचाना चाहिए। संवेदनशील मामले पर फैसला जो भी आए, लोगों को उसका सम्मान करते हुए सौहार्द्र की मिसाल पेश करनी चाहिए।