अयोध्या मामलें में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की अध्यक्षता उच्चतम न्यायालय के फैसले का सम्मान

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 



 


अयोध्या मामलें में माननीय उच्चतम न्यायालय का  निर्णय आते ही दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की अध्यक्षता में एक उच्चस्तीय आपातकालीन बैठक बुलाई गई जिसमें सर्वसम्मीति से एक प्रस्ताव पारित किया गया। इस बैठक में सभी समुदाय के लोग व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद थे।


चोपड़ा ने इस मौके पर सभी को सम्बोधित करते हुऐ कहा कि कांग्रेस पार्टी के लिए इस देश का संविधान सर्वप्रिय है अतः पार्टी माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्णय का सम्मान करती है उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने विपरीत परिस्थतियों में अपने सिद्धांतों से समझौता नही किया। उन्होंने ने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और नेताओ से अपील की कि वो अपने आस-पास निगरानी रखे व भाईचारे को कायम रखने के लिए काम करें। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी कार्यकर्ता सभी कार्यक्रमों में शामिल हो और सभी से मेल-जोल रखें।


पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने बैठक में प्रस्ताव रखा कि “प्रदेश कांग्रेस सभी पक्षकारों व सभी समुदाय के लागों से अपील करती है कि वे सद्भाव व आपसी भाईचारा कायम करके सदियों पुरानी गंगा जमुनी संस्कृति की रक्षा करें। प्रदेश कांग्रेस सभी पक्षकारों से अपील करती है कि संयम बनाऐ रखें” शर्मा द्वारा रखे गए प्रस्ताव का बैठक में मौजूद सभी लोगो ने हाथ ऊठाकर समर्थन किया।


दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री हारून युसुफ, किरन वालिया, डा. नरेन्द्र नाथ व अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष पूर्व विधायक नदीम जावेद ने इस मौके पर कहा कि कांग्रेस ने हमेशा देश के धर्मनिर्पेक्षता की रक्षा की है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की देश के संविधान व संवैधानिक संस्थाओं में पूरी आस्था है इसलिए उच्चतम न्यायालय का जो निर्णय है उसको सभी पक्ष स्वीकार कर उसका सम्मान करें।


बैठक को पूर्व विधायक अनीस अहमद, राजेश लिलौठिया, मतीन अहमद, हसन अहमद, आसिफ खान, तरविन्दर सिंह मरवाह, निगम पार्षद आले मोहम्मद व रिंकु ने संयुक्त रूप से सभी को सम्बोधित करते हूऐ दिल्ली वासियों से अपील की कि वो संयम बनाऐ रखें व आपसी भाईचारा को मजबूत करें।