भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान समारोह के तकनीकी सत्र के दौरान छात्रों, युवा अधिकारियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी

 


 



 


भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान समारोह (आईआईएसएफ) के तीसरे दिन कोलकाता में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के व्यावहारिक क्षेत्रों पर सत्र और परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान छात्रों, युवा अधिकारियों और नवोदित वैज्ञानिकों की विशाल और उत्साहपूर्ण भागीदारी ने आयोजन में रोमांच बढ़ा दिया।


स्वास्थ्य अनुसंधान सम्मेलन के सत्र में आनुवांशिक संरचना, मानव संरचना में आणविक संघटन और जीन के समूह में रासायनिक अभिक्रिया सहित कई विषयों पर चर्चा हुई। अन्य सत्रों में महिला वैज्ञानिक और उद्यमी कॉन्क्लेव, युवा वैज्ञानिक कॉन्फ्रेंस, पूर्वोत्तर छात्रों के कॉन्क्लेव और वैज्ञानिक विज्ञान साहित्य फेस्ट शामिल थे।


इन सत्रों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के व्यावहारिक क्षेत्रों और इसे आम लोगों के लिए सुगम बनाने के बारे में चर्चा की गई। महिला वैज्ञानिक और उद्यमी कॉन्क्लेव के सत्र में, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने नागरिकों और विशेष रूप से देश के दूर-दराज क्षेत्रों के लोगों के बीच विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए विभाग की पहलों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने इस विज्ञान समारोह में विभिन्न संस्थानों के छात्रों की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी के साथ समारोह की लोकप्रियता और महत्व पर प्रसन्नता व्यक्त की।


विज्ञान और प्रौद्योगिकी परियोजनाओं ने युवा उद्यमियों और महिलों को सूचना और प्रौद्योगिकी के आधार पर सशक्त बनाने के लिए अनुकूल माहौल प्रदान करने के कुछ उदाहरणों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि विज्ञान समारोह एक प्लेटफॉर्म की तरह है जो मानवता की बेहतरी के लिए प्रौद्योगिकी के नये क्षेत्रों के बारे में जानने का अवसर प्रदान करता है।


आईआईएसएफ के अन्य स्थानों में, साइंस सिटी में रेडियो ट्रांसमीटर किट को तैयार करके छात्रों द्वारा गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाने का प्रयास आज के कार्यक्रम के लिए एक रोमांचक और दिलचस्प घटना है। आईआईएसएफ में आयोजित प्रत्येक कार्यक्रम में आगंतुकों, विशेष रूप से बच्चों ने उत्साह के साथ भागीदारी की।