रिपोर्ट : अजीत कुमार
तीस हजारी हिंसा मामले का एक वीडियो सामने आया है। यह वीडियो सोचने को मजबूर कर देता है। इस वीडियो में डीसीपी मोनिका भारद्वाज हाथ जोड़ते हुए दिखाई दे रही हैं और उनके पर भीड़ में शामिल कुछ लोग हमला करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद वकीलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग अब उठने लगी है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने यह शर्मनाक वीडियो सामने आने के बाद इस घटना पर संज्ञान लेते हुए पुलिस आयुक्त और बार काउंसिल काे जांच के लिए पत्र भेजा है।
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि बवाल की सूचना के बाद मोनिका भारद्वाज कुछ पुलिसकर्मियों के साथ कोर्ट परिसर में पहुंचीं। इसके बाद वकीलों की एक भीड़ उनकी ओर आती हैं, वहां कुछ लोग उन पर हमला भी करते हैं।
मोनिका के साथ मौजूद पुलिसकर्मी व कुछ वकील उनको किसी तरह भीड़ से बचाकर बाहर लाते हैं। इस हमले में एक एसएचओ व कई पुलिसकर्मी भी जख्मी हो जाते हैं।
हालांकि हमलावर कौन हैं, इसकी अभी जांच चल रही है। साथ ही दो पुलिस कर्मियों का ऑडियो भी वायरल हो रहा है, इसमें एक बता रहा है कि कैसे उसने मैडम को बचाने का प्रयास किया और भीड़ ने उसके साथ मारपीट की। उसकी सर्विस पिस्टल भी छीनने का प्रयास किया। एक महिला पुलिस कर्मी की पिस्टल भी घटना के दिन से गायब है। पुलिस दोनों मामलों की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। लापता नाइन एमएम पिस्टल के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।