इंदिरा गांधी के जन्मदिन पर दिल्ली के सभी 14 जिलों में “इंदिरा प्रियदर्शनी सम्मेलन” का आयोजन करेगी कांग्रेस

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 



 


दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी ने बताया कि महिला कांग्रेस प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जन्मदिन पर दिल्ली के सभी 14 जिलों में “इंदिरा प्रियदर्शनी सम्मेलन” का आयोजन करेगी। प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने बताया कि पहला “इंदिरा प्रियदर्शनी सम्मेलन” 19 नवम्बर को इंदिरा जी के जन्मदिन पर, पटपड़गंज जिले में आयोजित किया जायेगा जिसका उद्घाटन अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष और पूर्व सांसद सुष्मिता देव द्वारा किया जाएगा। प्रत्येक जिला सम्मेलनों में विभिन्न उपलब्धियां प्राप्त अनेक पेशेवर जैसे डाक्टर, वकील, अध्यापक व अन्य सम्मान प्राप्त महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा।


प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को प्रदेश महिला अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी, वरिष्ठ नेता व प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा व रिसर्च विभाग की मुखिया पूजा बाहरी ने सम्बोधित किया। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि इंदिरा जी सबसे शक्तिशाली और लोकप्रिय प्रधानमंत्रियों में से एक हैं और दुनिया भर में सभी पीढ़ियों की महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए एक प्रेरणा थी और उनकी उपलब्धियों में सबसे यादगार कि उन्होंने पाकिस्तान में अराजकता भरे शासन के कारण एक नए राष्ट्र बांग्लादेश के रुप में उनको आजादी दिलायी। इंदिरा जी ने महिला सशक्तीकरण को मूर्त रूप दिया।


शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि दिल्ली में महिलाओं की बिगड़ती सुरक्षा के कारण ही दिल्ली 'रेप कैपिटल' बन गई है। एन.सी.आर.बी. की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध की संख्या सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि 31 अक्टूबर 2019 तक दिल्ली पुलिस वेबसाइट में दिल्ली में बलात्कारों की संख्या 1877 दर्ज है, मतलब प्रति दिन 6 महिलाओं से बलात्कार। धारा 354 आईपीसी के तहत महिलाओं से छेड़छाड  और हमला के 2520 मामले दर्ज है, जिसका औसत प्रतिदिन 8 महिलाओं के साथ अपराध, और महिलाओं के अपहरण के लगभग 2988 मामले जो प्रति दिन 10 महिलाएं है। उन्होंने कहा कि 2012 में जब केजरीवाल निर्भया कांड पर मोमबती लेकर धरने प्रदर्शन पर बैठ जाते थे उस समय दिल्ली में रेप के मामले केवल 706 थे और आज 31 अक्टूबर 2019 तक 1877 मतलब केजरीवाल मुख्यमंत्रीत्व में रेप के मामलों में 165.86 प्रतिशत की बढ़ौत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली के हालात को देखते हुए केजरीवाल को मोमबती नही हैलोजन लाईट लेकर प्रदर्शन करना चाहिए परंतु वे चुप बैठे हैं।  स्नैचिंग एक अन्य प्रमुख समस्या है जिससे 90 प्रतिशत महिलाऐं प्रभावित होती है। स्नैचिंग के 2013 में 3638 मामलें थे जो 2018 में दोगुने से अधिक 6932 मामले देखे दर्ज हुए है।


महिला अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी व मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने कहा कि महिला सुरक्षा का ढ़ोल पीटने वाले केजरीवाल केवल केन्द्र सरकार के साथ  आरोप प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे है। और महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों पर केवल यह कहकर पल्ला झाड़ लेते है कि कानून व्यवस्था केंद्र सरकार के अधीन है। उन्होंने कहा कि बलात्कार सहित महिलाओं के खिलाफ अपराध सिर्फ कानून और व्यवस्था का मुद्दा नहीं है। यह सामान्य रूप से महिला सशक्तीकरण से संबंधित एक सामाजिक मुद्दा है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने डीटीसी बसों में 13000 मार्शलों की जो भर्ति की है उसमें उन्हांने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को भर्ती किया है और बिना किसी विज्ञापन प्रकाशित किए यह भर्तियां की गई है।


शर्मिष्ठा मुखर्जी व मुकेश शर्मा ने बताया कि निर्भया केस के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित ने समाज के गरीब वर्गों की महिलाओं को जमीनी स्तर पर सशक्त बनाने के लिए लिंग संसाधन केंद्रों की शुरुआत की। परंतु केजरीवाल सरकार ने सत्ता में आने पर महिलाओं के लिए बने 103 लिंग संसाधन केंद्र, 26 एक्सटेंशन सेंटर, 5 बेघर संसाधन केंद्र, 5 जिला संसाधन केंद्र, 43 आवाज उठाओं केंद्र बंद कर दिए जिसके कारण इनमें कार्यरत लगभग 1000 महिलाऐं बेरोजगार हो गई और इससे लाभान्वित होने वाली महिलाओं को वंचित किया गया।  उन्होंने कहा कि महिलाओं की विशेष 181 की हेल्पलाइन जिसे सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय से मॉनिटर किया जाता था, जिसे अब निजी कंपनी को सौंपने की योजना है।



शर्मिष्ठा मुखर्जी व मुकेश शर्मा ने कहा कि पेट्रोल और डीजल, गैस, सब्जियों, खाद्य मुद्रास्फीति की दरों में निरंतर वृद्धि के चलते मंहगाई आसमान छू रही है। मोदी सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में वृद्धि और केजरीवाल सरकार द्वारा एक ही समय में दो बार वैट बढ़ाया है जिससे पेट्रोल व डीजल के दाम अनियंत्रित हो गए है। उन्होंने कहा कि प्याज की कीमतें 100 रुपये प्रति किलो के कारण महंगाई की मार हर घर में पड़ रही है। उन्होंने कहा कि मोदी और केजरीवाल सरकार की निष्ठाहीनता, दूरदर्शिता की कमी और उदासीनता के कारण आम लोगों पर अत्याचार हो रहे हैं।