लद्दाख के उपराज्यपाल ने डॉ. जितेन्द्र सिंह से मुलाकात की

 


 



 


लद्दाख के उपराज्यपार आर. के. माथुर ने  दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उन्होंने तीन सप्ताह पूर्व लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के मद्देनजर वहां होने वाले विकास कार्यों से डॉ. सिंह को अवगत कराया।


डॉ. सिंह ने आर. के. माथुर को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश पर लद्दाख को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने इस वर्ष की शुरूआत में प्रधानमंत्री की लद्दाख यात्रा के दौरान क्षेत्र में विकास पर जोर दिये जाने की उनकी मंशा के हवाले से कहा कि प्रधानमंत्री की पहल पर लद्दाख में कई परियोजनाएं शुरू की गई हैं।


डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि आजादी के फौरन बाद लद्दाख के लोग उसे केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने की मांग कर रहे थे, इसे अब पूरा कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के पहले उपराज्यपाल बनने के आधार पर माथुर की ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।


डॉ. सिंह ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने अभी हाल में घोषणा की है कि लद्दाख में बिजली परियोजनाओं को मदद देने के लिए 50,000 करोड़ रुपये प्रदान किये जायेंगे। इसके अलावा (-)30 डिग्री सेंटीग्रेड डीजल ईंधन भी उपलब्ध कराया जाएगा।


लद्दाख में विकास के नए युग की शुरूआत हुई है। इसके संबंध में डॉ. सिंह ने माथुर को बताया कि लेह में 'लेह बेरी' और मेघालय में 'गारो बेरी' के लिए फल प्रसंस्करण इकाइयां लगाने के संबंध में उन्होंने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के साथ बातचीत की है।


सिंह ने उपराज्यपाल को अवगत कराया कि पिछले वर्ष क्षेत्र में वायु संपर्कता बढ़ाने के लिए उड्डयन मंत्रालय से बातचीत की गई थी। उसके बाद भारत सरकार की उड़ान योजना के तहत करगिल और किश्तवार में हवाईअड्डे को मंजूरी दी गई है।