नोटबंदी दुनिया का सबसे बढ़ा घोटाला था जिसका लाभ केवल “मोदी मित्रों” को ही मिला है - सुभाष चोपड़ा

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 



 


दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने केन्द्र की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि “मोदी सरकार की नोटबंदी योजना” देश के गरीबो, किसानों, दुकानदारों व व्यापारियों के लिए “आर्थिक बर्बादी व बेरोजगारी योजना” के रुप में हमेशा याद रखी जाएगी। चोपड़ा ने नोटबंदी को दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला करार देते हुए कहा कि इसका लाभ केवल “मोदी मित्रों” को ही मिला है। रैली के बाद चोपड़ा की अगुवाई में भारी संख्या में व्यापारियों ने कुतब रोड़ सदर बाजार में कैंडल मार्च (टार्च) भी निकाला।


स्थानीय लोगों ने सुभाष चोपड़ा, हारुन यूसूफ व मुकेश शर्मा को तलवार भेंट कर उनका जोरदार स्वागत किया। रैली की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष मौहम्मद उस्मान ने की।


सुभाष चोपड़ा ने आंकड़ो का हवाला देते हुए कहा कि मोदी सरकार के समय में 45 वर्ष में सबसे ज्यादा बेरोजगारी बढ़ी है। पूरी दुनिया में बेरोजगारी की दर 4.95 प्रतिशत जबकि हिन्दुस्तान में बेरोजगारी की दर 8.19 प्रतिशत है मतलब लगभग दुगनी। उन्होंने कहा कि ग्रेजुएट से पीएचडी तक के 15 प्रतिशत लोग भी बेरोजगार है। देश में 74 प्रतिशत नौजवान जिनकी उम्र 18 से 23 वर्ष है, जो कालेज नही जाते। वहीं दूसरी ओर सिर्फ 2.5 प्रतिशत ऐसे कालेज है जो पीएचडी कराते है।


उन्होंने कहा कि निजी निवेश 16 सालों में सबसे कम है। औद्योगिक ग्रोथ 7 सालों में सबसे नीचे आ गई है। बैंकों का एनपीए 8 लाख करोड़ है और 25 हजार ऐसे मामले है जिनमें बैंक घोटाले सामने आए है जो 1,74,255 करोड़ राशि के है। उन्होंने कहा कि 50 मीलियन भारतीय डेयरी फार्म में काम करने वाले किसान है जिनमें महिलाऐं भी शामिल हैं। उनके कारोबार पर सीधा असर पड़ा है।


सुभाष चोपड़ा ने कहा कि नोटबंदी के चलते जहां देश की अर्थव्यवस्था को भारी धक्का लगा है वहीं आतंकवाद की घटनाओं में भी बड़ा इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी लागू करते वक्त यह दावा किया था कि नोटबंदी से कालाधन खत्म होगा व आतंकवाद की कमर टूट जायेगी। उन्होंने कहा कि उनके यह दोनो दावे गलत साबित हुए है बल्कि इसके उल्ट सरकारी आंकड़ों के मुताबिक नोटबंदी के बाद आरबीआई के पास कितनी धनराशि वापिस आई है इसका भी खुलासा करने से सरकार हिचकिचा रही है। उन्होंने कहा कि लम्बे समय तक देश “नोटबंदी घोटाले” के लिए “मोदी सरकार को खलनायक” के रुप में याद रखेगा।


सुभाष चोपड़ा ने कहा कि नोटबंदी के कारण देश में बड़े पैमाने पर लोगों को आत्महत्या करनी पड़ी। होना तो यह चाहिए था कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मुकदमा दर्ज होता। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को शादी विवाह तक के कार्यक्रम रद्द करने पड़े।


पूर्व मंत्री हारुन यूसूफ व पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने कहा कि नोटबंदी के कारण चोपट हुई अर्थव्यवस्था के चलते दिल्ली के मुख्य बाज़ारो में 70 प्रतिशत से अधिक कारोबार ठप्प हो गए। उन्होंने कहा कि कूंचा महाजनी, सदर बाजार, मयूर विहार, मीना बाजार, चावड़ी बाजार, चादनी चोक, करोल बाग, दक्षिणी दिल्ली, खान मार्केट, लाजपत नगर आदि मुख्य मार्किटों में एक आंकडे के मुताबिक न केवल लोग बेरोजगार हुए बल्कि व्यापारियों व छोटे दुकानदारों को भी घोर मंदी का सामना करना पड़ा, जो आज तक जारी है।


मुकेश शर्मा ने कहा कि चोपड़ा के नेतृत्व में कांग्रेस सड़कों पर आ गई है व पार्टी आवश्यक वस्तुऔ की मंहगाई, नोटबंदी व जीएसटी जैसे मुद्दो को लेकर आक्रमक रुप से 15 नवम्बर तक अभियान चलाएगी। जिसके तहत कल से आक्रोश रैलियां आयोजित की जाएगी।


कांग्रेस नेता श्री मुदित अग्रवाल ने कहा कि नोटबंदी ने देश की आर्थिक स्थिति की कमर तोड़ कर रख दी है। उन्होंने कहा कि इसका सबसे ज्यादा असर किसानों और छोटे दुकानदारांे और गरीब आदमी पर पड़ा है। उन्होंने इस बात की भी आलोचना की कि केन्द्र की भाजपा सरकार मूल मुद्दो से ध्यान भटकानें के लिए साम्प्रदायिकता का सहारा ले रही।


पूर्व विधायक अल्का लाम्बा ने कहा कि नोटबंदी की चपेट से महिलाएं भी बच नही पाई है। उन्होंने कहा कि घर में छोटी-मोटी बचत करके महिलाओं ने अपने बच्चों की शादी ब्याह के लिए जो पैसे जोड़े थे, उसे भी मोदी सरकार काला धन बता रही है।


जिला अध्यक्ष मौहम्मद उस्मान ने कहा आज की हल्ला बोल रैली में हजारों लोगों की मौजूदगी यह साबित करती है कि लोग भाजपा से न केवल दुखी है बल्कि मौका आने पर उसे सबक सिखाने की तैयारी कर रहे है।


चोपड़ा नोटबंदी की तीसरी बरसी पर सदर बाजार के बारा टूटी चैक पर आयोजित “हल्ला बोल” रैली को सम्बोधित कर रहे थे। रैली को पूर्व मंत्री हारुन यूसूफ, पार्टी मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा, मुदित अग्रवाल, ने सम्बोधित किया।