पानीपत में नए 2-जी इथेनॉल संयंत्र स्थापित करने के लिए आईओसीएल को पर्यावरण संबंधी स्‍वीकृति मिली

 


 



 


पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) को पानीपत में नए 2-जी इथेनॉल संयंत्र स्थापित करने के लिए पर्यावरण संबंधी स्‍वीकृति दे  दी है।


केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन और सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक ट्वीट में इसकी घोषणा की।


आईओसीएल ने हरियाणा के पानीपत जिले के बहोली में अपने प्रस्तावित 100 केएलपीडी लिग्नो-सेलुलोसिक 2-जी इथेनॉल प्लांट के लिए पर्यावरणीय संबंधी स्‍वीकृति मंजूरी की मांग की थी। संयंत्र स्थापित करने में 766 करोड़ रुपये के निवेश का अनुमान है। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने आयात निर्भरता को कम करने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए इथेनॉल के उत्पादन और उपयोग को एक प्रमुख क्षेत्र के रूप में चिन्ह्ति किया है। इस उत्पादित इथेनॉल का इस्‍तेमाल परिवहन ईंधन में मिश्रण के लिए किया जाएगा।


यह भी बताना प्रासंगिक  है कि हाल ही में केंद्र सरकार ने घोषणा की थी कि बी-हैवी शीरा से अतिरिक्त इथेनॉल के उत्पादन के लिए अलग से पर्यावरणीय संबंधी स्‍वीकृति की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह प्रदूषण में नहीं बढ़ाता है। साथ ही, किसानों और चीनी उद्योग को इससे अधिक लाभ मिलता है।