भारत और अमरीका के बीच बढ़ती साझेदारी के अनुरूप, पहला भारत-अमरीकी संयुक्त त्रिसेना मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (एचएडीआर) अभ्यास, जिसका नाम 'टाइगर ट्रिम्फ' है, के 13 से 21 नवंबर तक पूर्वी समुद्री तट पर अयोजित किए जाने का कार्यक्रम है। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना के जहाज जलअश्व, ऐरावत एवं संध्यक, 19 मद्रास एवं 7 गार्ड्स की भारतीय सेना की टुकडि़यां और भारतीय वायुसेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर और रैपिड एक्शन मेडिकल टीम (आरएएमटी) भाग लेंगे। अमरीका का प्रतिनिधित्व अमरीका के थर्ड मैरिन डिविजन की टुकडि़यों के साथ अमरीकी नौसेना जहाज जर्मनटाउन करेंगे। इस अभ्यास का उद्देश्य एचएडीआर अभियान अंत: पारस्परिक्ता का विकास करना है।
बंदरगाह चरण के विशाखापत्तनम में 13 से 16 नवंबर, 2019 तक आयोजित किए जाने का कार्यक्रम है। एक संयुक्त ध्वजा परेड एवं मीडिया से बातचीत के साथ उद्घाटन समारोह का आयोजन 14 नवंबर को आईएनएस जलअश्व पर किया जाएगा। दोनों नौसेनाओं के जवान प्रशिक्षण दौरों, विषयवस्तु विशेषज्ञ विनिमय, क्रीड़ा स्पर्धाओं, सामाजिक मेलजोल में भाग लेंगे। बंदरगाह चरण की समाप्ति पर निर्धारित टुकडि़यों के साथ जहाज सामुद्रिक चरण के लिए प्रस्थान करेंगे और सामुद्रिक, एम्फिबियोस और एचएडीआर अभियान आरंभ करेंगे। काकिनाड़ा में एचएडीआर पर पहुंचने के बाद अभ्यास परिदृश्य पर राहत बलों की लैंडिंग आरंभ होगी।
एचएडीआर अभ्यास क्षेत्र में एक संयुक्त कमान और नियंत्रण केंद्र की स्थापना संयुक्त रूप से भारतीय सेना और अमरीकी नौसेना द्वारा की जाएगी। आईएएफ आरएएमटी और अमरीकी नौसेना मेडिकल टीम पीडि़तों को चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए एक चिकित्सा सुविधा शिविर की स्थापना करेंगे, जिन्हें इससे पहले सड़क एवं वायुमार्ग द्वारा उनके स्थान से हटाकर शिविर में लाया गया होगा। यह अभ्यास 21 नवंबर को अमरीकी नौसेना के जहाज जर्मनटाउन पर आयोजित समापन समारोह के साथ संपन्न होगा।