रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने कहा कि रक्षा नवोन्मेष सम्मेलन बेहतर समन्वय के लिए सभी साझेदारों को एक मंच पर लाया

 


 



 


रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने कहा है कि 'डिफेंस कनेक्ट 2019' आईडीईएक्स के सभी साझेदारों को एक मंच पर लाया है ताकि वे देश में रक्षा प्रणाली के विकास को प्रदर्शित कर सकें और देश में रक्षा क्षेत्र के भविष्य के विकास के लिए एमएसएमई/स्टार्ट-अप्स की अपार संभावनाओं को पहचान सकें। श्री नाइक इस सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे।


नाइक ने कहा कि आज शुरु किया गया आईडीईएक्स पोर्टल आईडीईएक्स की गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा, उसे बेहतर तरीके से देखा जा सकेगा और जानकारी के बेहतर प्रबंधन के जरिये भविष्य की चुनौतियों से तेजी से निपटा जा सकेगा। 


इस अवसर पर नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं को अस्त-व्यस्त करने में स्टार्ट-अप की संभावनाओं को उजागर किया तथा आईडीईएक्स के प्रयासों की सराहना की तथा भारतीय रक्षा सेना के लिए स्टार्ट-अप और नवाचार करने वालों को हर संभव सहायता देने का वादा किया।


तीन नए इन्क्यूबेटरों के बीच समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया गया। रक्षा क्षेत्र में नवोन्मेष के क्षेत्र की कुछ जानी-मानी हस्तियों के साथ चर्चा का भी आयोजन किया गया। डिस्क-I और डिस्क-II चैलेंज के विजेताओं ने भी अपनी प्रौद्योगिकियों/उत्पादों का प्रदर्शन किया।


रक्षा विभाग की आईडीईएक्स पहल की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अप्रैल, 2018 में भारतीय रक्षा क्षेत्र में नवाचारों को प्रोत्साहित करने तथा एक प्रणाली बनाने के उद्देश्य से किया था, जहां स्टार्ट-अप, एमएसएमई और व्यक्ति अपने अविष्कारों के साथ भारतीय रक्षा प्रतिष्ठान के साथ आसानी से बातचीत कर सकें और परिचालनात्मक माहौल में अनुभव की गई विशेष चुनौतियों के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी संबंधी नवोन्मेष प्रदान कर सकें।


डिफेंस एक्सपो-2020 के तहत डिफेंस इंडिया स्टार्ट-अप चैलेंज (डिस्क)-III की आज शुरूआत की गई, जिसके अंतर्गत संभावित स्टार्ट-अप के लिए तीन चुनौतियां दी गई हैं।


नवोन्मेषकों को टेक्नोलॉजी के बारे में अपने नए विचार प्रदान करने का अवसर प्रदान किया जाएगा, जिससे वे रक्षा क्षेत्र में टेक्नोलॉजी से जुड़े एप्लीकेशंस का पता लगा सकें, एक आईडीईएक्स ओपन चैलेंज की शुरूआत की गई।


आईडीईएक्स के अंतर्गत दो डिफेंस इंडिया स्टार्ट-अप चैलेंज डिस्क-I एवं डिस्क-II की शुरूआत की जा चुकी है, जहां 600 से ज्यादा स्टार्ट-अप ने हिस्सा लिया। इन चुनौतियों के 44 विजेताओं को प्रस्तावित नवोन्मेष टेक्नोलॉजी विकसित करने के लिए आवश्यक धनराशि दी जा रही है। डिस्क-I और डिस्क-II के विजेताओं को कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया और आईडीईएक्स के अंतर्गत फंडिंग का पहला हिस्सा जारी किया गया।


आईडीईएक्स प्रणाली के साझेदार हैं: रक्षा मंत्रालय आईडीईएक्स के चुने हुए स्टार्ट-अप, साझेदार इन्क्यूबेटर, रक्षा नवोन्मेष संगठन, नोडल एजेंसियां (भारतीय सेना, नौसेना, वायुसेना), डीआरडीए, डीपीएसयू, भारतीय आयुध फैक्ट्रियां, एमएसएमई और उद्योग एसोसिएशन। कार्यक्रम में 350 से अधिक स्टार्ट-अप ने हिस्सा लिया।


इस अवसर पर सचिव (रक्षा उत्पादन) सुभाष चंद्रा और अन्य सैनिक और असैनिक अधिकारी मौजूद थे।