रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने दिल्ली विश्वविद्यालय के 96वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित किया

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 



 


केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने दिल्ली में दिल्ली विश्वविद्यालय के 96वें वार्षिक दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष प्रो. डी.पी. सिंह और दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश कुमार त्यागी भी उपस्थित थे।


इस वार्षिक दीक्षांत समारोह में डॉक्टरेट की 592 डिग्री, डी.एम./एम.सीएच. की 86 डिग्री और 305 से अधिक  पदक/पुरस्कार छात्रों को प्रदान किए गए। दीक्षांत समारोह में दो शैक्षणिक वर्ष 2017-18 और 2018-19 के लिए भी डिग्री प्रदान की गई।


इस अवसर पर रमेश पोखरियाल “निशंक” ने छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन और इस संस्थान को उच्च स्तर तक ले जाने में लगे सभी लोगों के प्रयासों की सराहना की। निशंक ने छात्रों को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रति ईमानदार, निडर और निर्भीक होने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने छात्रों को नए स्तर की ऊर्जा, नवीन उत्साह और सही दिशा अपनाने के लिए उत्साहित किया। उन्‍होंने विश्वविद्यालय को उनकी उपलब्धियों के लिए भी बधाई दी और 2022 में इसकी स्थापना के 100 वर्ष पूरा होने पर और प्रतिष्‍ठा अर्जित करने की कामना की।


दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश कुमार त्यागी ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और कहा कि 1922 में इसकी स्थापना के बाद से  दिल्ली विश्वविद्यालय लगातार प्रगति का प्रदर्शन कर रहा है। इस विश्‍वविद्यालय की 750 छात्रों से शुरूआत हुई थी, जिसमें अभी 7 लाख छात्र हैं। उन्‍होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों का परिवार न  विशाल हैं, बल्कि विलक्षण और विस्मयकारी भी हैं।


प्रो.त्‍यागी ने बताया कि भारत के प्रधानमंत्री और भारत के मुख्य न्यायाधीश दोनों दिल्‍ली विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रहे हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय 96.6 प्रतिशत अंक के साथ पूर्व छात्र शक्ति की कसौटी पर विश्व क्यूएस रैंकिंग में पहला स्थान रखता है। उन्‍होंने कहा कि हमें अपने परिवार पर गर्व है और हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।


यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. डीपी सिंह ने छात्रों को समाज के सर्वांगीण विकास के लिए शिक्षा के मूल्यों और इसके फायदों के बारे में बताया। विश्वविद्यालय के दो प्रख्यात पूर्व छात्र प्रो. महेश वर्मा (वीसी, जीजीएसआईपी विश्वविद्यालय) और रजत शर्मा को निशंक और कुलपति ने सम्मानित किया।