साध्वी निरंजन ज्योति ने ‘ग्रामीण विकास कार्यक्रमों के सामाजिक कामकाज पर राष्ट्रीय संगोष्ठी’ का उद्घाटन किया

रिपोर्ट : अजीत कुमार


 



 


सभी सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता, भागीदारी और उत्तरदायित्व के जरिए सुशासन के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की प्रतिबद्धता के अनुपालन में ग्रामीण विकास मंत्रालय ने अपनी प्रमुख योजनाओं के सामाजिक कामकाज और उनके प्रभाव का आकलन करने का फैसला किया है। इस सम्बंध में ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने दिल्ली में 'ग्रामीण विकास कार्यक्रमों के सामाजिक कामकाज पर राष्ट्रीय संगोष्ठी' का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम तथा प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के लिए सामाजिक कामकाज दिशा-निर्देश जारी किए।


ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने देश भर में ग्रामीण विकास योजनाओं के कारगर क्रियान्वयन और निगरानी पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सोशल इंजीनियरिंग के युग में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरी पारदर्शिता के साथ काम किए जाने पर बल देते हैं। उन्होंने संगोष्ठी को 'सागर मंथन' से जोड़ते हुए कहा कि संगोष्ठी से योजनाओं को कारगर तरीके से शुरू करने और उनके सामाजिक सरोकारों का जायजा लेने में मदद मिलेगी।


ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अमरजीत सिन्हा ने कहा कि मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं को चलाने में कई राज्य बढ़िया काम कर रहे हैं, जो प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धियां ग्रामीण भारत के लोगों ने अर्जित की हैं।


इस दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन ग्रामीण विकास विभाग तथा राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान ने किया है। संगोष्ठी विज्ञान भवन में 13 से 14 नवंबर, 2019 तक चलेगी। उद्घाटन में ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अमरजीत सिन्हा और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


संगोष्ठी के दौरान योजनाओं के सामाजिक सरोकारों और योजनाओं के कामकाज की मौजूदा स्थिति का जायजा लिया जाएगा। इसके अलावा विभिन्न विषयों, निधियों, कार्रवाइयों की भी समीक्षा की जाएगी।