रिपोर्ट : अजीत कुमार
संत निरंकारी मिशन का 72वां वार्षिक निरंकारी संत समागम जी.टी.रोड स्थित संत निरंकारी आध्यात्मिक स्थल पर सद्गुरु माता सुदीक्षा महाराज के आगमन के साथ हुआ। समागम स्थल पर साध संगत की ओर से संत निरंकारी मण्डल के अध्यक्ष गोबिन्द सिंह, उपाध्यक्ष वी.डी.नागपाल जी तथा केन्द्रीय योजना एवं सलाहकार बोर्ड के चेअरमैन के.आर.चड्ढा जी ने फूलों के गुलदस्ते भेंट करके स्वागत किया।
इसके साथ ही आरम्भ हुई एक भव्य शोभा यात्रा जिसमें हजारों की संख्या में साध संगत ने सद्गुरु माता सुदीक्षा महाराज की अगुवाई की। सबसे आगे सेवादल का बैण्ड था और उसके पीछे समागम के सभी प्रबन्धक तथा देश एवं दूर-देशों से आये प्रचारक महात्मा चल रहे थे। समस्त वातावरण धन निरंकार के जयघोष के साथ गूंज रहा था और चारों ओर श्रद्धा, भक्ति, प्रेम तथा उल्हास अपनी महक फैला रहे थे। सद्गुरु माता सुदीक्षा जी भी अपने भक्तों को भरपूर आशीर्वाद दे रहे थे।
मुख्य मंच पर पहुंचते ही सद्गुरु माता सुदीक्षा महाराज ने समागम का विधिवत उद्घाटन अपने 'मानवता के नाम सन्देश' के साथ किया। उन्होंने कहा आज हम 72वें वार्षिक सन्त समागम के लिए दूर दूर से एकत्रित हुए हैं ताकि मिशन का सत्य, प्रेम और एकत्व पर आधारित सन्देश जो हम पिछले 90 वर्षों से देते आये हैं, उसे एक बार फिर से संसार तक पहुंचाया जाये। सद्गुरु माता जी ने पूरी मानवता के लिए यही कामना की कि सभी अपने आप की पहचान करें और अपनी जिम्मेवारियों को निभाते हुए अपने मन को निखारें।
हम जैसे ही इस सदा ही कायम-दायम रहने वाले निरंकार प्रभु-परमात्मा को जान लेते हैं, इसके साथ अपना नाता जोड़ लेते हैं तो सभी के घट में इसका नूर देखते हैं। यही हमारी पहचान बन जाती है और सारा संसार हमें विश्व-बंधुत्व के भाव से ओत-प्रोत प्रतीत होता है। ब्रह्मज्ञान का अहसास होते ही हमारे जीवन मे निखार आ जाता है और हम संसार में सद्व्यवहार करने वाले बन जाते हैं। निरंकार कृपा करे कि ये भाव बना रहे और हम इसे संसार के कोने-कोने तक फैला सकें।
तीन दिन के इस समागम में देश के कोने-कोने तथा संसार के कई अन्य देशों से आये लाखों भक्तजन भाग ले रहे हैं। समागम कमेटी की ओर से समागम स्थल पर मूलभूत सुविधाओं का प्रबंध किया गया है।