मोदी सरकार ने शुक्रवार को गांधी परिवार को दिए गए एसपीजी सुरक्षा कवच को हटाने का फैसला किया। इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया, पूर्व अध्यक्ष राहुल और महासचिव प्रियंका की स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) सुरक्षा हटा दी गई है। अब उन्हें जेड प्लस सिक्यॉरिटी दी जाएगी। राहुल ने रात को इस निर्णय पर प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने ट्वीट करके कहा कि एसपीजी के सभी भाइयों और बहनों का बहुत-बहुत आभार जिन्होंने वर्षों तक मेरी और मेरे परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाई। आपके समर्पण, लगातार सहयोग और स्नेह और सिखाने वाली यात्रा के लिए आपका धन्यवाद। यह हमारा सौभाग्य था। आपको सुखद भविष्य के लिए शुभकामनाएं।
अगस्त में सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की भी एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली थी। उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के निधन के बाद एसपीजी का गठन किया गया था। इसके तहत पूर्व प्रधानमंत्रियों को भी सुरक्षा दी जानी थी।
इस बीच सरकार के फैसले की कांग्रेस ने निंदा की और इसे एक भयावह और प्रतिशोधात्मक कदम बताया। कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने ट्वीट किया, भाजपा दो प्रधानमंत्रियों के परिवार के सदस्यों की जिंदगियों के साथ समझौता कर निजी प्रतिशोध के अंतिम पायदान पर उतर आई है। कांग्रेस कार्यकारिणी के सदस्य जितिन प्रसाद ने कहा कि यह एक भयावह कदम है। उन्होंने कहा, एक ऐसा परिवार, जिसके परिजनों की देश की सेवा के दौरान राजनीतिक हत्याएं हुईं, उनके एसपीजी सुरक्षा कवच को हटाना इस सरकार की भयावह प्रतिशोध की राजनीति को जाहिर करती है।