सुभाष चोपड़ा ने वकीलों पर किए गए नृशंस क्रूर हमले और गोलीबारी की कड़ी निंदा की

 


 



 


दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष चौपड़ा ने तीज हजारी न्यायालय के बाहर वकीलों पर दिल्ली पुलिस द्वारा नृशंस एवं क्रूर हमले और गोलीबारी के लिए कड़ी आलोचना की, जिसमें कुछ वकीलों को गंभीर चोटें आईं। एक वकील को गोली लगी जो सैंट स्टीफन अस्पताल के आईसीयू में गंभीर हालत में एडमिट है और महिला वकील प्रियंका चर्तुवेदी के साथ भी गलत व्यवहार किया गया।


सुभाष चौपड़ा ने गृह मंत्रालय से यह मांग की कि वकीलों पर हमले करने वाले जिम्मेदार पुलिस वालों को तत्काल गिरफ्तार कर बर्खास्त करना चाहिए।


चौपड़ा, जो वकीलों के साथ पुलिस द्वारा किए गए दुर्व्यवहार के बारे में सुनते ही तीज हजारी कोर्ट के पहुॅचे। चौपड़ा ने कहा कि केंद्र में भाजपा शासन में और दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार का अक्षम शासन है, जिसके कारण दिल्ली पुलिस ऐसा दुर्व्यवहार कर रही है। दिल्ली पुलिस के गैरजिम्मेदारान रवैये के कारण ही वहां की स्थिति बिगड़ी और पुलिस उसे संभालने में नाकाम रही, जिसकी निंदा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा वकीलों के साथ मारपीट के साथ-साथ महिला वकीलों के साथ भी पुलिस ने दुर्व्यवहार किया।


चौपड़ा ने कहा कि दिल्ली पुलिस, जो डकैती और स्नैचिंग सहित दिल्ली में अपराधों की जाँच करने में विफल रही है। पुलिस द्वारा वकीलों द्वारा बिना किसी उकसावे के हमला किया गया। चौपड़ा ने पुलिस बर्बरता की निंदा करते हुए कहा कि पुलिस ने सारी हदे पार करते हुए निहत्थे वकीलों पर गोली चलाकर यह साबित कर दिया है जब भाजपा की केन्द्र सरकार के राज में वकील सुरक्षित नही है तब आम नागरिक कहां सुरक्षित होगा।


चौपड़ा ने कहा कि कांग्रेस वकीलों पर होने वाले इस तरह के प्रहार की कड़ी निंदा करती है। उन्होंने कहा कि मैं और पूरी दिल्ली कांग्रेस वकीलों के साथ खड़ी है। उन्होंने खबरदार करते हुए कहा कि अगर दोषी पुलिस वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही नही हुई तो कांग्रेस दिल्ली में जबरदस्त आंदोलन छेड़ देगी और जब तक दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाही नही होगी हमारा आंदोलन जारी रहेगा। उन्होने कहा कि ऐसे छोटे से पार्किंग मसले को लेकर दिल्ली पुलिस ने बर्बरता पूर्ण तरीक से वकीलों पर अत्याचार किया जो किसी भी सूरत में ठीक नही है।