रिपोर्ट : अजीत कुमार
तीस युवा नर्सिंग कैडेटों ने सेना अस्पताल (रिसर्च एंड रेफरल) में लैंप लाइटिंग सेरेमनी के साथ नर्सिंग में बीएससी (ऑनर्स) की यात्रा शुरू की। इन कैडेटों ने सेना की नर्सिंग यूनिफॉर्म पहनकर इन नेक पेशे में प्रवेश किया। सेना अस्पताल (आरएंडआर) के डिप्टी कमांडेंड मेजर जनरल प्रशांत भारद्वाज इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने बीएससी नर्सिंग (ऑनर्स) के तीसरे, दूसरे और पहले वर्ष के मेधावी नर्सिंग कैडेटों को पुरस्कार प्रदान किए। इस वर्ष परीक्षा का आयोजन दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल दत्ता ने कैडेटों से कहा कि वे न केवल अपने ज्ञान, कौशल और दक्षता को बढ़ाएं बल्कि सॉफ्ट स्किल्स की तकनीकियां भी सीखें।
परम्परा के अनुसार लैंप जलाकर अपर महानिदेशक सेना नर्सिंग सेवा मेजर जनरल जॉयस रोच से प्रिंसिपल मैट्रन एएच (आरएंडआर), मेजर जनरल सोनाली घोषाल और उसके बाद प्रिंसिपल कॉलेज ऑफ नर्सिंग ए.एच. (आरएंडआर) रेखा भट्टाचार्य तक लाया गया। उन्होंने इसे शिक्षकों को दे दिया। इसके बाद अध्यापकों ने इसे एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक ज्ञान और बुद्धि के हस्तांतरण को निरूपित करते हुए छात्रों को दे दिया।