वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में वर्तमान मूल्यों पर सकल स्थायी पूंजी निर्माण (जीएफसीएफ) 13.82 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में जीएफसीएफ 13.68 लाख करोड़ रुपये आंका गया था। वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में स्थिर (2011-12) मूल्यों पर जीएफसीएफ 11.27 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में जीएफसीएफ 11.16 लाख करोड़ रुपये रहा था। जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के संदर्भ में वर्तमान एवं स्थिर (2011-12) मूल्यों पर जीएफसीएफ की दरें वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही में क्रमश: 27.8 तथा 31.3 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही में ये दरें क्रमश: 29.2 तथा 32.4 प्रतिशत आंकी गई थीं। वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही के दौरान वर्तमान एवं स्थिर मूल्यों पर जीएफसीएफ की वृद्धि दरें क्रमश: 1.0 तथा 1.0 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 की दूसरी तिमाही के दौरान ये दरें क्रमश: 16.2 तथा 11.8 प्रतिशत आंकी गई थीं।