डीआरआई 62वां स्थापना दिवस मनाएगा

 


 



 


राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) 4 दिसंबर को अपना 62वां स्थापना दिवस मनाएगा। 4-5 दिसंबर को आयोजित होने वाले इस दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण और वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर करेंगे।


देश-विदेश में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुका डीआरआई पिछले छह दशकों से भी अधिक समय से प्रतिबंधित वस्तुओं जैसे कि हथियारों एवं विस्फोटक पदार्थों, मादक द्रव्यों व नशीले पदार्थों, सोना व हीरे, नकली करेंसी नोटों, वन्य जीव वस्तुओं, नुकसानदेह एवं पर्यावरणीय दृष्टि से संवेदनशील सामग्री और प्राचीन वस्तुओं की तस्करी में संलग्न संगठित आपराधिक समूहों से निपटने से जुड़े अपने अधिदेश को पूरा करने में निरंतर कार्यरत रहा है।


डीआरआई को वाणिज्यिक धोखाधड़ियों का पर्दाफाश करने, सरकार के कर राजस्व के अन्यत्र उपयोग की रोकथाम करने और व्यापार आधारित मनी लॉन्ड्रिंग एवं काले धन की समस्या से निपटने में भी विशेषज्ञता प्राप्त है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सीमा शुल्क संबंधी गठबंधनों में भी डीआरआई सबसे आगे रहता आया है। डीआरआई ने 60 से भी अधिक अन्य देशों के साथ सीमा शुल्क संबंधी पारस्परिक सहायता समझौते किए हैं, जिनके तहत सूचनाओं के आदान-प्रदान के साथ-साथ अन्य कस्टम प्रशासनों की सर्वोत्तम प्रथाओं या तौर-तरीकों से सीखने पर विशेष जोर दिया जाता है।


इसे ध्यान में रखते हुए डीआरआई अपने स्थापना दिवस पर छठी क्षेत्रीय सीमा शुल्क प्रवर्तन बैठक भी आयोजित करेगा, ताकि सीमा शुल्क संबंधी साझेदार संगठनों और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों जैसे कि विश्व सीमा शुल्क संगठन और इंटरपोल के साथ प्रभावकारी ढंग से संवाद किया जा सके।


इस वर्ष एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अवस्थित 21 कस्टम प्रशासनों के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय संगठनों जैसे कि इंटरपोल, दवा एवं अपराध के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यूएनओडीसी) और क्षेत्रीय खुफिया संपर्क (लाइजिनिंग) कार्यालय - एशिया-प्रशांत (आरआईएलओ-एपी) को भी इस आयोजन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह बैठक ऐसे समय में आयोजित की जा रही है, जब हिंद महासागर क्षेत्र में हेरोइन की व्यापक तस्करी की घटनाएं बढ़ गई हैं।