रिपोर्ट : अजीत कुमार
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने दिल्ली में फिक्की द्वारा आयोजित इंडिया गैस इन्फ्रास्ट्रक्चर कॉन्फ्रेंस-2019 में हिस्सा लिया। इस सम्मेलन की थीम 'इंडियन गैस सेक्टर-अशरिंग इन एन ऐरा ऑफ ग्रोथ' थी।
इस अवसर पर प्रधान ने कहा, '25-30 वर्षों पहले हमारी अन्वेषण गतिविधियों में कच्चा तेल एकमात्र प्राथमिकता होती थी, परंतु आज परिदृश्य बदल गया है। गैस आज हमारी ऊर्जा का महत्वपूर्ण और जरूरी हिस्सा हो गया है।'
गैस आधारित अर्थव्यवस्था की तरफ भारत के बढ़ते कदम का उल्लेख करते हुए प्रधान ने कहा कि हम गैस आधारित अर्थव्यवस्था की तरफ बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में गैस के घरेलू उत्पादन में इजाफा हो रहा है। हम गैस आधारित अवसंरचना के लिए 60 अरब डॉलर का निवेश कर रहे हैं।
ऊर्जा क्षेत्र में सुधार के बारे में प्रधान ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में भारत में गैस क्षेत्र को प्रोत्साहन देने के लिए कई सुधार शुरू किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हम उद्योग के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि ऊर्जा क्षेत्र कारगर बन सके।
जैव ऊर्जा का उल्लेख करते हुए प्रधान ने कहा कि प्राकृतिक गैस की तरह ही जैव ऊर्जा में भी अपार क्षमताएं मौजूद हैं। वायु प्रदूषण के खतरे के समाधान के लिए जैव ऊर्जा महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। समारोह में गेल (इंडिया) लिमिटेड के पूर्व सीएमडी और फिक्की हाइड्रोकार्बन समिति के अध्यक्ष बी.सी. त्रिपाठी तथा जीईईसीएल के एमडी एवं सीईओ तथा फिक्की हाइड्रोकार्बन समिति के सह-अध्यक्ष प्रशांत मोदी ने भी उपस्थित जनों को संबोधित किया।