लेफ्टिनेंट जनरल पोडाली शंकर राजेश्वर ने 01 दिसंबर को अंडमान एवं निकोबार कमान के 14वें कमांडर-इन-चीफ की जिम्मेदारी संभाल ली। वह भारतीय सैन्य अकादमी से स्नातक हैं और उन्होंने दिसंबर 1980 में तोपखाना रेजीमेंट में कमीशन लिया। एक गनर एवं विमान चालक लेफ्टिनेंट जनरल राजेश्वर डिफेंस सर्विस स्टॉफ कॉलेज, आर्मी वार कॉलेज और नई दिल्ली तथा फिलीपींस में नेशनल डिफेंस कॉलेज के पूर्व छात्र रहे हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल राजेश्वर ने ऑपरेशन मेघदूत एवं ऑपरेशन रक्षक में सक्रियता से हिस्सा लिया। उन्होंने ऑपरेशन पराक्रम के दौरान एक मीडियम रेजीमेंट, नियंत्रण रेखा पर इंफ्रेंट्री ब्रिगेड, जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवाद रोधी (रोमियो) बल और रेगिस्तानी इलाके में एक कोर का नेतृत्व किया है। उन्होंने विभिन्न स्टॉफ कार्यभार संभाले और मोजाम्बिक एवं रवांडा में संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक भी रहे।
अपनी नई नियुक्ति से पहले वह चेयरमैन चीफ्स ऑफ स्टॉफ कमेटी (सीआईएससी) के चीफ ऑफ द इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टॉफ रहे।