महाराष्ट्र में लोकतंत्र के कत्ल को इतिहास में काले अक्षरों में दर्ज किया जाऐगा - सुभाष चोपड़ा

 


 



 


मोदी सरकार द्वारा महाराष्ट्र में संविधान की धज्जियां उड़ाकर बनवाई गई फंडवीस सरकार व केन्द्र सरकार द्वारा लोकतंत्र के कत्ल के खिलाफ तमतमाए हजारों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा के नेतृत्व में डीडीयू मार्ग स्थित भाजपा मुख्यालय का घेराव किया। चोपड़ा के नेतृत्व में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जय प्रकाश अग्रवाल, अरविन्दर सिंह लवली, शर्मिष्ठा मुखर्जी, रमेश कुमार व मुख्य प्रवक्ता व वरिष्ठ नेता मुकेश शर्मा आदि सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए आक्रामक रुप से भाजपा मुख्यालय की ओर बढ़ रहे थे।


गुस्साऐं कार्यकर्ता जब चोपड़ा के नेतृत्व में भाजपा कार्यालय में बेरीकोट तोड़कर जबरन घुसने का प्रयास कर रहे थे, तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस में जबरदस्त धक्का मुक्की हुई। मौके पर मौजूद आला पुलिस अधिकारियों ने चोपड़ा से स्थिति संभालने का आग्रह किया। चोपड़ा ने कार्यकर्ताओं से हिंसात्मक प्रदर्शन न करने का आग्रह किया, उसके बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए। दंगा निरोधक दस्ता व अर्धसैनिकों की तैनाती से सारा क्षेत्र छावनी में तब्दील हो गया था।


प्रदर्शनकारी ''लोकतंत्र की हत्या करने वालो का नाश हो-नाश हो, ''मोदी सरकार हाय-हाय'', ''तानाशाही नही चलेगी-नही चलेगी'' आदि नारे लिखी हई तख्तिया लेकर जोरदार नारेबाजी कर रहे थे।


प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए चोपड़ा ने कहा कि मोदी सरकार ने न केवल लोकतंत्र का कत्ल किया है बल्कि संविधान को भी ठेंगा दिखाया है। उन्होंने कहा कि यह इतिहास की पहली घटना है जब सुबह 5.15 बजे राष्ट्रपति शासन हटा लिया जाता है और सुबह 5.37 बजे  मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री को राजभवन में शपथ दिला दी जाती है। उन्होंने कहा कि मात्र 22 मिनट में महाराष्ट्र की जनता के जनादेश का कत्ल लोकतंत्र के इतिहास में काले अक्षरों मे लिखा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस सड़क से संसद तक लोकतंत्र की हत्या के विरोध में अपनी लड़ाई जारी रखेगी। चोपड़ा ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार सरकारी एजेंसियों के माध्यम से विधायकों पर  न केवल दवाब डाल रही है बल्कि उनको झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी भी दी जा रही है।


चोपड़ा ने कहा कि 2 घंटें में प्रदर्शन में हजारों लोगों की मौजूदगी यह साबित करती है कि देश व दिल्ली के लोगों  भाजपा की काली करतूत के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है  और देश की जनता किसी भी कीमत पर लोकतंत्र को बचाना चाहती है। चोपड़ा ने आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए कहा कि आज यह सोचने पर मजबूर होना पड़ रहा है कहीं देश में चुनावी प्रक्रिया को तो समाप्त नही कर दिया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट रुप से कहा कि आज लोकतंत्र सुरक्षित हाथों में नही है।


अग्रवाल व लवली ने इस मौके पर कहा कि देश में आपातकाल की दुहाई देकर राज करने वाली भाजपा ने आज न केवल अघोषित आपातकाल लगा रखा है बल्कि सरकारी गुंडागर्दी व सरकार का दुरुपयोग पूरे चरम पर है। दोनो ने आरोप लगाया कि सत्ता की लालची भाजपा राज्यों में अपनी सरकारों को बचाने के लिए किसी भी हद तक गिर सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि केवल कांग्रेस एक दल है जिसने हमेशा जनादेश का सम्मान किया है उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री फंडवीस और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे।


मुकेश शर्मा ने इस मौके पर कहा कि महाराष्ट्र का राजभवन भाजपा के एजेंन्ट के रुप में काम कर रहा है। उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति से मांग की कि समय रहते राज्यपाल को तुरंत उनके पद से हटाया जाए। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान का कत्ल लगातार देश में हो रहा है जिसको बचाना आज देश के हर नागरिक और कांग्रेसजन की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए सड़क से संसद तक कांग्रेस की लड़ाई जारी रहेगी।