मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की महोत्सव निदेशक स्मिता वत्स शर्मा ने दक्षिण एशिया में गैर-फीचर फिल्मों के सबसे पुराने और सबसे बड़े फिल्म समारोह के 16वें संस्करण के लिए फिल्म-निर्माताओं और सिने-प्रेमियों की व्यापक और सबसे बड़ी भागीदारी का आह्वान किया है।
भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव से स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि महोत्सव को अलग, बेहतर और अधिक समावेशी बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। श्रीमती स्मिता वत्स शर्मा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत फिल्म प्रभाग की महानिदेशक भी हैं। 16वें एमआईएफएफ में फिल्म निर्माताओं, मीडिया के छात्रों और सिने-प्रेमियों के लिए बहुमूल्य विषय-वस्तु को शामिल किया गया है।
16वें एमआईएफएफ में पूरी दुनिया की बेहतरीन फिल्में दिखाई जाएंगी। इसके अलावा समारोह के दौरान कार्यशाला, मास्टर-क्लास, ओपन फोरम, व्याख्यान-प्रदर्शन तथा सिनेमा व फिल्म निर्माण के महत्वपूर्ण पहलुओं पर पैनल परिचर्चा आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। एमआईएफएफ 2020 समारोह के मुख्य आकर्षण होंगे-यूरोपीय संघ की फिल्में, आयरिश वृत्त चित्र और लघु फिल्मों, ऑस्कर फिल्में, पूर्वोत्तर भारत की फिल्मों, सत्यजित रे की फिल्में, विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय महोत्सवों की सर्वश्रेष्ठ फिल्में, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात फिल्म निर्माताओं की पुरानी फिल्में, एफटीआईआई/ एसआरएफटीआई/ एनआईडी/ एफटीआईटी/ सृष्टि/ क्राफ्ट स्कूल/ व्हिस्लिंग वुड आदि के छात्रों द्वारा बनाई गई फिल्में, आईडीपीए का ओपन फोरम, बी. लेनिन की संपादन कार्यशाला, प्रख्यात एनीमेशन निर्माता माइकेल डुडॉक के विट (पोलैंड), वरिष्ठ फिल्म शिक्षाविद थॉमस वॉ (कनाडा) तथा ज्यूरी सदस्यों की मास्टर-क्लासेस आदि। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती और सत्यजित रे की 100वीं जयंती के अवसर पर मूर्तिकला और फोटो-प्रदर्शनी कार्यक्रम की आकर्षण के केन्द्र होंगे। दिग्गज वृत्तचित्र निर्माता मृणाल सेन को एक विशेष कार्यक्रम के माध्यम से श्रद्धांजलि दी जाएगी। दो वर्ष पूर्व मृणाल सेन का निधन हो गया था। युवाओं की बौद्धिक चुनौतियों वाली लघु फिल्में 16वें एमआईएफएफ की एक और आकर्षण होंगी।
शर्मा ने कहा कि एमआईएफएफ वृत्तचित्र, लघु फीचर फिल्म और एनीमेशन के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को न सिर्फ गोल्डन और सिल्वर कोंच का पुरस्कार देता है, बल्कि विभिन्न प्रतिस्पर्धा श्रेणियों में यथोचित नकद पुरस्कार भी प्रदान करता है। 16वें एमआईएफएफ में महोत्सव की सर्वश्रेष्ठ फिल्म को गोल्डन कोंच के साथ 10 लाख रुपये की नकद धनराशि दी जाती हैं। अन्य पुरस्कारों के अन्तर्गत 1 लाख रुपये से लेकर 5 रुपये नकद, ट्रॉफी और प्रमाणपत्र दिये जाते हैं। महानिदेशक ने जानकारी देते हुए कहा कि इस वर्ष जल संरक्षण और जलवायु परिवर्तन विषय पर सर्वश्रेष्ठ फिल्म को विशेष पुरस्कार दिया जाएगा।
भारत के बहुप्रतीक्षित वृत्तचित्त फिल्म महोत्सव का उद्घाटन 28 जनवरी, 2020 को नेहरू सेंटर ऑडिटोरियम, मुंबई में होगा। पूरी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्रों, लघु कथाओं और एनीमेशन फिल्मों का सप्ताह भर चलने वाला यह उत्सव 3 फरवरी, 2020 को समाप्त होगा। फिल्म प्रदर्शन और अन्य सत्रों का आयोजन मुंबई के पेडर रोड स्थित फिल्म प्रभाग के सिनेमाघरों में होगा। महोत्सव की निदेशक ने बताया कि शैक्षणिक संस्थानों में फिल्मों का प्रदर्शन होने के प्रयास किये जा रहे हैं ताकि महोत्सव की पहुंच में बढ़ोत्तरी हो और वृत्तचित्रों के प्रति युवा तथा अन्य दर्शक वर्ग की अभिरूचि बढ़े।
प्रतिष्ठित वी. शांताराम लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार के अन्तर्गत 10 लाख रुपये, ट्रॉफी और एक प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। यह पुरस्कार महोत्सव के उद्घाटन समारोह के दौरान 28 जनवरी, 2020 को भारत में वृत्तचित्र और इसके आंदोलन में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान के लिए एक फिल्म-निर्माता को प्रदान किया जाएगा। महोत्सव के अन्य पुरस्कार 3 फरवरी, 2020 को प्रदान किए जाएंगे।
16वें एमआईएफएफ के लिए फिल्मों की ऑनलाइन प्रविष्टि की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है और इसकी अंतिम तिथि 4 दिसम्बर, 2019 है। महोत्सव की नियमावली तथा फिल्म प्रस्तुत करने के लिए फिल्म निर्माता www.miff.in पर लॉग इन कर सकते हैं।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव एमआईएफएफ की आयोजन समिति के अध्यक्ष होते हैं। समिति में फिल्म की प्रमुख हस्तियां शामिल होती हैं। भारत में वृत्तचित्रों पर एमआईएफएफ सबसे महत्वपूर्ण आयोजन है।
जे.जे. स्कूल ऑफ आर्ट के छात्र महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन करेंगे और मूर्तिकला का लाइव प्रदर्शन करेंगे। अनिल कुमार ने बताया कि नेत्रहीन फिल्म निर्माताओं द्वारा बनाई गईं फिल्मों का भी इस अवसर पर प्रदर्शन किया जाएगा।
संवाददाता सम्मेलन के दौरान एमआईएफएफ पर एक वीडियो और भारतीय सिनेमा के राष्ट्रीय संग्रहालय के उद्घाटन समारोह का एक छोटा वीडियो भी प्रदर्शित किया गया।