केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने मेक्सिको के गुआडालाजरा में अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में इंडिया पैवेलियन का उद्घाटन किया। भारत इस पुस्तक मेले में 'विशिष्ट अतिथि राष्ट्र' है। भारत यह सम्मान पाने वाला पहला एशियाई देश है। स्पेनिश भाषा में 'फेरिया इंटरनेशियल डेल लिब्रो डी गुआडालाजरा' कहा जाने वाला यह मेला विश्व में स्पेनिश बोलने वाले लोगों का सबसे बड़ा पुस्तक मेला है। संजय धोत्रे ने पुस्तक मेले की शुरुआत के दौरान उद्घाटन भाषण दिया। भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन स्वायत्त संस्था नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) इस पुस्तक मेले में भारत की नोडल एजेंसी के तौर पर हिस्सा ले रही है।
उद्घाटन समारोह के दौरान धोत्रे ने भारत एवं मेक्सिको के बीच के गहरे साहित्यिक संबंधों पर प्रकाश डाला और मेक्सिको के महान नोबेल पुरस्कार विजेता कवि ओक्टावियो पाज की 1952 की पहली भारत यात्रा का जिक्र किया। उन्होंने कहा, 'पाज ने भारत की संस्कृति एवं विरासत में गहरी दिलचस्पी ली और वृंदावन, शिव-पार्वती एवं अमीर खुसरो पर कविताएं लिखीं।' धोत्रे ने यह भी कहा कि भारत एवं मेक्सिको विश्व मानचित्र पर विपरीत दिशाओं और एक-दूसरे से हजारों मील की दूरी पर हैं लेकिन दोनों देशों में लोगों, जैव-विविधताओं, पारिवारिक एवं सांस्कृति मूल्यों और यहां तक कि जलवायु की परिस्थितियों में भी कई समानताएं हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश सदियों पुरानी सभ्यताओं का प्रतिनिधित्व करते हैं और दोनों ने औपनिवेशिक शासन से आजादी पाने के लिए निरंतर संघर्ष किया है।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती उत्सव का हवाला देते हुए श्री धोत्रे ने कहा कि महात्मा गांधी का दर्शन था, 'अपनी जिंदगी को खुली किताब की तरह रखें'। यह पुस्तक मेले में इंडिया पैवेलियन की थीम है। यह अन्य चीजों के अलावा, पुस्तक मेलों जैसे मंचों द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले बातचीत और संपर्क के माहौल को प्रदर्शित करता है।
धोत्रे ने उम्मीद जताई कि यह पुस्तक मेला दोनों देशों के बीच साहित्यिक, अकादमिक एवं सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ाने का मंच उपलब्ध कराएगा। दोनों देशों की महान साहित्यिक कृतियों का भारतीय भाषाओं एवं स्पेनिश में अनुवाद किया जाएगा। उन्होंने दुनिया भर के प्रकाशकों को जनवरी 2020 में दिल्ली में एनबीटी द्वारा आयोजित किए जाने वाले विश्व पुस्तक मेले में आने का निमंत्रण दिया।
यह गुआडालाजरा अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले का 33वें संस्करण है। यह मेले 8 दिसंबर तक चलेगा