उप-राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 'पोषण गान' की शुरूआत करने के बाद अपने संबोधन में सरकारों तथा नीति निर्माताओं से मांग करते हुए कहा कि विकास कार्यों में बच्चों के कल्याण को शीर्ष प्राथमिकता मिलनी चाहिए। उप-राष्ट्रपति ने कुपोषण मिटाने में नागरिकों की सकारात्मक भागीदारी का भी आह्वान किया।
उप-राष्ट्रपति ने कहा कि स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण में प्रत्येक बच्चे के लिए पर्याप्त पोषण सुनिश्चित करना पहला कदम होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक विकास के लक्ष्यों तक पहुंचने में स्वस्थ जनसंख्या पहली शर्त है। उन्होंने कहा कि बच्चे राष्ट्र का भविष्य हैं और राष्ट्र के विकास और समृद्धि के लिए उनका स्वास्थ्य पहली शर्त है। नायडू ने कहा कि यह सुनिश्चित करना हम सबका दायित्व है कि यथासंभव हमारे बच्चों का बचपन सबसे अच्छा हो।
उप-राष्ट्रपति ने बच्चों, गर्भवती महिलाओं और दूध पिलाने वाली माताओं के लिए पोषण में सुधार लाने में पोषण अभियान की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि 2022 तक कुपोषण-मुक्त भारत के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए 'पोषण अभियान' जैसी गतिविधियों को जन आंदोलन बनाना होगा। उन्होंने पोषण अभियान का बेहतर कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों के विभिन्न विभागों और विभिन्न एजेंसियों के बीच तालमेल कायम करने का आह्वान किया।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, प्रत्यायित सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (आशा) और सहायक नर्स मिडवाइफ (एएनएम) को पोषण योद्धा तथा बदलाव का दूत बताते हुए, उप-राष्ट्रपति ने उनके प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण में निवेश बढ़ाने की मांग की।
इस अवसर पर उप-राष्ट्रपति ने गान प्रतियोगिता के सभी प्रतिभागियों की सराहना की और इस नई प्रक्रिया को लागू करने के लिए सरकार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पोषण अभियान (राष्ट्रीय पोषण अभियान) का संदेश फैलाने में पोषण गान प्रमुख भूमिका निभाएगा। उन्होंने पोषण गान की पहुंच बढ़ाने के क्रम में अन्य भारतीय भाषाओं में इसका अनुवाद करने की भी मांग की। कार्यक्रम के अंत में पोषण गान के गीतकार प्रसून जोशी और संगीतकार शंकर महादेवन ने गान प्रस्तुत किया।
महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री देबाश्री चौधरी, नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में सचिव रविन्द्र पंवार, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में अपर सचिव अजय टिर्की तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति कार्यक्रम में उपस्थित थे।