रिपोर्ट : अजीत कुमार
अपराध पर नियंत्रण और कानून व्यवस्था को बनाए रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही राजधानी की दिल्ली पुलिस ने यमुना को स्वच्छ रखने के मकसद से स्वच्छ यमुना, निर्मल यमुना के नाम से से एक पहल शुरू की है। इस पहल की शुरुआत गुरूवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने यमुना तट के किनारे से हरी झंडी दिखाकर की।
देश की राजधानी दिल्ली में बह रही यमुना नदी के पानी की क्वालिटी लगातार चिंता का विषय बन रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान के बाद सरकार भी इस विषय पर बेहद गंभीर है, और शायद इसी का परिणाम है कि समय समय पर मुहिम छेडकर इसके लिए भरसक प्रयास किए गए हैं, किंतु यमुना नदी के पानी में कोई खास परिवर्तन देखने को नहीं मिला है। इसी को देखते हुए राजधानी दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रही दिल्ली पुलिस ने भी इस ओर कदम बढाते हुए एक नई पहल की शुरुआत की है। इस नई पहल के तहत दिल्ली पुलिस द्वारा स्वच्छ यमुना, निर्मल यमुना के नाम से मुहिम की शुरुआत की है। यमुना नदी के पानी को स्वच्छ बनाने के मकसद से इस पहल की शुरुआत की है। और गुरूवार को दिल्ली के कालिंदी कुंज स्थित यमुना तट के किनारे से दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने हरी झंडी दिखाकर इस मुहिम की शुरुआत की।
दिल्ली पुलिस द्वारा शुरू की गई इस मुहिम का मुख्य मकसद यमुना नदी को स्वच्छ कर निर्मल यमुना बनाना है। इस अवसर पर दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने कहा कि फिलहाल इस अभियान को दक्षिण पूर्वी दिल्ली के कालिंदी कुंज से शुरू किया गया है, लेकिन धीरे धीरे इस अभियान को पूरी दिल्ली में फैलाया जाएगा। इसके अलावा उन्होने बताया कि आगे इस अभियान में रेजिडेंट वैल्फेयर एसोसिएशन को भी जोडना का काम किया जाएगा। आपको बता दें कि इस मुहिम मे दिल्ली पुलिस को स्कूली छात्रों का भी खास सहयोग मिल रहा है। दिल्ली पुलिस के जवान और स्कूली छात्र दोनों मिलकर इस स्वच्छता अभियान के तहत यमुना नदी को स्वच्छ करने का काम करेंगे। ताकि दिल्ली पुलिस द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ यमुना निर्मल यमुना की मुहिम को साकार किया जा सके।
बहरहाल यह तो अब वक़्त ही बताएगा कि दिल्ली पुलिस द्वारा शुरू किए गए इस अभियान का कितना असर पडता है। और स्वच्छ यमुना, निर्मल यमुना की ये मुहिम यमुना नदी को कितना निर्मल बना पाती है। लेकिन फिलहाल तो दिल्ली पुलिस के जवान और स्कूली छात्र मिलकर इस अभियान में जुट गए हैं, जो वाकई सराहनीय और क़ाबिले तारीफ है।